साहब ! प्रवासियों ( emigrants)को कैसे कराएं होम कोरेंटीन, अल्मोड़ा के इस ग्राम प्रधान ने समस्याओं का उल्लेख करते हुए प्रशासन को लिखा पत्र

emigrants

IMG 20200510 203729

अल्मोड़ा:10 मई 2020- उत्तराखंड में बाहरी प्रदेशों से अपने गांवो को आ रहे प्रवासियों (emigrants)की भीड़ और उन्हें क्वारेंटीन करने की जिम्मेदारी संबंधी नियमों से कई ग्राम प्रधान असमंजस में हैं|

ग्राम प्रधानों ने एक प्रकार से अपने हाथ खड़े कर दिए है| साथ में सवाल किया कि पहाड़ के घरों में जहां अमूमन एक घर में एक ही शौचालय होता है वहां होम क्वारेंटीन के नियमों का पालन कैसे हो सकता है|

अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी के बिरखोला के ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी को ऐसा ही एक पत्र लिखा है| सोशल मीडिया के माध्यम से यह पत्र उत्तरा न्यूज को मिला है| ग्राम प्रधान की मुहर लगे इस पत्र में प्रधान का नाम पढ़ने पर प्रेम सिंह नजर आ रहा है|

पत्र में साफ लिखा है कि सरकार की यह कैसी व्यवस्था है कि प्रधानों को क्वारेंटीन की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन क्वारेंटीन सेंटर चयनित करने की अनुमति नहीं है|

पत्र में लिखा है कि प्रवासियों (emigrants)की बढ़ती संख्या देख सभी को होम क्वारेंटीन किया जाना संभव नहीं है| कई घरों में लोग एक ही कमरे में रहते हैं और परिवार के सभी लोग एक ही शौचालय का इस्तेमाल करते हैं|

ऐसे में क्वारेंटीन के नियमों का पालन करने के लिए उनके गांव के प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्र को क्वारेंटीन सेंटर बनाने की अनुमति दी जाए|

emigrants
यहां देखें पत्र