समझौते के तहत मांगों पर 5 अक्टूबर तक कार्यवाही न होने पर उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने हड़ताल के लिए कसी कमर
पिथौरागढ़। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने समझौते के तहत आगामी 5 अक्टूबर तक शासन द्वारा उनकी मागों पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर 6 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। कहा है कि हड़ताल के दौरान आम जनता को होने वाली असुविधा और राजस्व हानि के लिए प्रबंधन और राज्य सरकार उत्तरदायी होंगे।
यहां जारी एक खेद पत्र और अपील में संयुक्त संघर्ष मोर्चा का कहना है कि विगत 27 जुलाई को हुई त्रिपक्षीय वार्ता में प्रबंधन और सरकार ने विद्युत कर्मियों की 14 सूत्रीय मांगों को उचित ठहराया था और अपने-अपने स्तर से 15 और 30 दिनों के भीतर उनके निस्तारण का लिखित समझौता किया था, लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कहा है कि यदि 5 अक्टूबर तक मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो मोर्चा 6 अक्टूबर की सुबह 8 बजे से हड़ताल पर जाने को विवश होगा। मोर्चा का कहना है कि वह कभी भी हड़ताल का पक्षधर नहीं रहा है, परंतु विगत वर्षों में सरकार व नौकरशाही की तरफ से केवल आश्वासन दिया जाता रहा है। विद्युत कर्मियों ने विगत 26-27 को उन पर हड़ताल थोपने का आरोप लगाते हुए उस दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित होने से जनता को हुई असुविधा के लिए खेद भी प्रकट किया है।