म्यांमार में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, हालिया तबाही की यादें फिर हुईं ताजा

म्यांमार में रविवार सुबह एक बार फिर धरती कांप उठी। 13 अप्रैल 2025 की सुबह 7 बजकर 54 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए…

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म्यांमार में रविवार सुबह एक बार फिर धरती कांप उठी। 13 अप्रैल 2025 की सुबह 7 बजकर 54 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र सतह से 10 किलोमीटर नीचे था। इस झटके से किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना अब तक नहीं मिली है, लेकिन हाल ही की तबाही के मद्देनजर लोग बेहद डरे और सहमे हुए हैं।

कुछ ही दिन पहले 28 मार्च को म्यांमार के मांडले क्षेत्र में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस भयानक आपदा में अब तक 3600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हजारों परिवार बिखर गए हैं और सैकड़ों लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। म्यांमार की सेना ने इस त्रासदी को देश के इतिहास की सबसे विनाशकारी घटनाओं में से एक बताया था।

इस भूकंप ने न सिर्फ जनजीवन को अस्त-व्यस्त किया बल्कि संचार व्यवस्था पर भी गंभीर असर डाला। ‘द मिरर’ की रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में 6,730 कम्युनिकेशन स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिनमें से लगभग छह हजार की मरम्मत का काम पूरा हो चुका है। संकट की इस घड़ी में भारत, चीन और अमेरिका समेत कई देशों ने राहत और बचाव कार्यों में मदद भेजी। वहीं, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी चिकित्सकीय सहायता, बचाव दल और आवश्यक सामग्री के साथ म्यांमार की सहायता की है।

लगातार आ रहे झटकों के चलते लोगों में भय का माहौल है। हाल के भूकंपों ने यह साफ कर दिया है कि म्यांमार फिलहाल एक गंभीर भूगर्भीय संकट के दौर से गुजर रहा है।