भूकंप जब आता है, तो कुछ सेकंड में सब कुछ हिला देता है। ऐसे में घबराने से बेहतर है कि पहले से तैयार रहें और सही कदम उठाएं। खास बात ये है कि कई बार छोटे झटके असली खतरे की चेतावनी होते हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है। जब तक झटके रुक न जाएं, तब तक सुरक्षित जगह पर ही रहें।
घर के अंदर हों तो क्या करें?
👉 सबसे पहले झुक जाएं और जहां जगह मिले, वहीं रुकें।
👉 किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठें और उसे पकड़कर रखें।
👉 अगर टेबल-कुर्सी नहीं है, तो हाथों से सिर और चेहरे को ढकें और किसी कोने में बैठ जाएं।
👉 दरवाजे, खिड़कियां, शीशे, पंखे, भारी अलमारियों और दीवारों से दूर रहें, क्योंकि ये गिर सकते हैं।
अगर बाहर हों तो क्या करें?
⚠️ जहां हैं, वहीं रुकें! लेकिन इमारतों, पेड़ों, स्ट्रीट लाइट्स और बिजली की तारों से दूर रहें।
⚠️ खुले मैदान में हों, तो वहीं खड़े रहें और तब तक न हिलें जब तक झटके बंद न हो जाएं।
⚠️ सबसे ज्यादा खतरा इमारतों के बाहर और खिड़कियों के पास होता है, इसलिए इनसे बचें।
अगर गाड़ी में हों तो क्या करें?
🚗 सुरक्षित जगह देखकर गाड़ी रोकें और अंदर ही रहें।
🚗 पुल, ओवरब्रिज, बिजली के खंभों और इमारतों के पास गाड़ी रोकने से बचें।
🚗 भूकंप रुकने के बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ें और टूटी-फूटी सड़कों से बचें।
⚠️ स्पेशल टिप्स ⚠️
✔️ परिवार के साथ भूकंप से बचने की योजना बनाएं।
✔️ इमरजेंसी किट तैयार रखें, जिसमें टॉर्च, पानी, जरूरी दवाएं और खाने-पीने की चीजें हों।
✔️ सरकारी निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें।