म्यांमार और बैंकॉक में शुक्रवार को आए 7.7 की तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है। इस घटना में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले म्यांमार में ही 144 लोग के मरने की खबर सामने आ रही है। वही अभी यह आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी 10 लोगों के मरने की खबर सामने आई है। भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपिटॉ से क़रीब ढाई सौ किलोमीटर दूर सैगाइंग शहर के पास जम़ीन के क़रीब 10 किलोमीटर नीचे था।
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप में काफी जान माल का नुकसान हुआ है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी यह झटके महसूस किए गए थे। यहां सैकड़ो लोग इमारत से बाहर निकल आए। वही बैंकॉक में एक बड़ी इमारत भूकंप में ढह गई है जिसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
इसके साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि करीब 45 लोग लापता हुए हैं। भूकंप के झटके चीन और वियतनाम के साथ ही भारत के भी कई हिस्सों में महसूस किए गए थे।
बैंकॉक में इक निर्माणाधीन बिल्डिंग जमींदोज हो गई। वहीं इन सबके बीच बैंकॉक में प्रधानमंत्री ने इमरजेसी घोषित कर दिया है।
पीएम ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार जर्मन रिसर्च सेंटर ऑफ जिओ साइंसेज ने बताया कि मेंबर में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के बाद हुए नुकसान के बारे में अभी कुछ खास जानकारी नहीं मिली है।
जीएफजेड ने कहा कि भूकंप का केंद्र मंडाले शहर के पास 10 किमी (6.21 मील) की गहराई पर था। म्यांमार दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक म्यांमार अग्निशमन सेवा विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘हमने तलाशी शुरू कर दी है और यांगून में हताहतों और नुकसान की जांच करने के लिए घूम रहे हैं। अभी तक, हमारे पास कोई जानकारी नहीं है.’ यांगून में चश्मदीदों ने बताया कि शहर में कई लोग जान बचाने के लिए इमारतों से बाहर भागे।