चमोली में बादल फटने से मजदूरों की झोपड़ियां मलबे में दबी, कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे हुआ बंद

चमोली से बड़ी खबर सामने आ रही है, खबर है कि चमोली जिले के नारायणबगड़ में अलसुबह बादल फटने के बाद आये मलबे में बीआरओ…

Due to cloudburst in Chamoli, the workers' huts got buried under the rubble.

चमोली से बड़ी खबर सामने आ रही है, खबर है कि चमोली जिले के नारायणबगड़ में अलसुबह बादल फटने के बाद आये मलबे में बीआरओ के मजदूरों की करीब 15 झोपड़ियां मलबे में दब गई।


बादल फटने के बाद जब मलबा आया तो मजदूर अपने परिवारों के साथ झोपड़ियों के भीतर ही थे, स्थानीय लोगों और मजूदरों ने तत्परता दिखाते हुए सभी बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित बाहर
निकाला।

https://youtu.be/WvW5DXuWun0


घटना लगभग सुबह पांच बजे की है, यहां पहाड़ से पानी के साथ बड़े बड़े पेड़ और मलबे का रेला नीचे की ओर आने लगा और देखते ही देखते सब कुछ तबाह हो गया। मलबे से सड़क पर पार्क किये गये एक दर्जन से अधिक वाहनो के दबने की सूचना है। गनीमत रही कि कोई जान की हानि नही हुई।


बताते चले कि जिस जगह मलबा आया वहां पर बीआरओ के श्रमिकों ने झोपडिया डाली हुई थी और मलबा तेजी से उनकी झो​पड़ियों में जा घुसा, लोगों ने तत्परता दिखाते हुए महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। सूचना​ मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम, पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया।मलबा आने से कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे भी बंद होने की सूचना है।मार्ग को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है और जल्द ही मार्ग खुलने की उम्मीद है।