अल्मोड़ा में गहरी हैं नशे के कारोबार की जड़े, पांच माह में 37 लाख से अधिक की हुई रिकवरी, प्रदेश की सर्वाधिक रिकवरी पर एंटी ड्रग टास्क फोर्स पुरस्कृत

अल्मोड़ा-: अल्मोड़ा में नशे का कारोबार चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुका है, लगातार अभियान चलाने के बावजूद पांच माह में करीब 37 लाख रुपए के…

एससी/एसटी

अल्मोड़ा-: अल्मोड़ा में नशे का कारोबार चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुका है, लगातार अभियान चलाने के बावजूद पांच माह में करीब 37 लाख रुपए के मादक द्रव्य पुलिस ने बरामद किए हैं|इसमें पांच कुंतल तो गांजा ही है जबकि 10 लाख लागत की दो किलो अफीम बरादगी हुई है| यह वह आंकड़े हैं जो पुलिस के कार्रवाई के बाद दर्ज हैं लेकिन जिस स्तर पर बरामदगी हुई है वह जरूर चिंता का विषय है जिससे साफ है कि अल्मोड़ा में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है| यहां तैनात एंटी ड्रग टास्क फोर्स द्वारा प्रदेश में सर्वाधिक बरामदगी की है जिसके बाद पुलिस टीम को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में डीजी स्तर पर पांच हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया|
इस पूरे प्रकरण को अल्मोड़ा पुलिस ने अपने सोशलमीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर शेयर किया है जिसमें पूरी जानकारी डाली गई है|
सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक उत्तराखण्ड के सभी जनपदों से आये एण्टी ड्रग टास्क फोर्स की पुलिस लाईन देहरादून में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा उत्तराखण्ड की सभी एण्टी ड्रग टास्क फोर्स टीमों के सम्बन्ध में समीक्षा की गई| अल्मोड़ा जिले में टीम द्वारा सर्वाधिक बरामदगी पाई गई|
पोस्ट में कहा गया गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा पीएन मीना द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने हेतु जनपद में आँपरेशन नया सवेरा प्रारम्भ किया गया जिसके अन्तर्गत अल्मोड़ा पुलिस द्वारा नशे के कारोबारियों तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए 1जनवरी 2019 से 31 मई 2019 तक एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत एनडीपीएस एक्ट में कुल-18 अभियोग पंजीकृत किये गये है जिसमें कुल 33 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर निम्न बरामदगी करायी गई।
बरामदगी में
चरस- 4.930 किलोग्राम- कीमत- 493000 रुपये स्मैक- 5.35 ग्राम- कीमत-53500रु
-गांजा-505.995 किलोग्राम- कीमत-2260452 रुपये
-अफीम-02 किलोग्राम-कीमत -1000000रुपये

पोस्ट में कहा गया कि आपरेशन नया सवेरा के अन्तर्गत मादक पदार्थों के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान से स्कूली छात्र छात्राओं/ स्थानीय लोगों के साथ 48 विभिन्न स्थानों पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर 2123 लोगों को जागरुक किया गया। इस सराहनीय कार्यो के लिये राज्य में अल्मोड़ा की टीम को उत्कृष्ट टीम मानते हुए पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए पांच हजार रुपये से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है।