हे भगवान कब सुधरेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं, अल्मोड़ा में जांच के लिए गर्भवती को दौड़ाते रहे डॉक्टर, मौत

स्वास्थ्य सुविधाएं

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अल्मोड़ा, 21 अगस्त 2020 लचर स्वास्थ्य सुविधाओं ने एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे की पोल खोल दी. स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में गर्भवती महिला को जान गवानी पड़ी.

कोरोना जांच के नाम पर महिला को कई अस्पतालों में दौड़ाया गया और आखिर में उपचार के अभाव में महिला की मौत हो गई.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक विकास खंड हवालबाग के कोसी कटारमल निवासी आशा देवी (24) पत्नी मुन्ना सिंह की बीते गुरुवार को तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे नगर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे. महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिस कारण चिकित्सकों ने उसे कोरोना जांच के लिए जिला अस्पताल भेज दिया.

जिसके बाद परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन जिला अस्पताल के ​चिकित्सकों ने भी कोरोना टेस्ट के लिए महिला को बेस अस्पताल में भेज दिया.

किसी तरह परिजन महिला को लेकर बेस अस्पताल पहुंचे. जहां महिला का कोरोना टेस्ट किया गया. करीब डेढ़ घंटे बाद महिला की कोरोना रिपोर्ट आई जिसमें वह नेगेटिव निकली. बेस अस्पताल के पीएमएस डॉ.एचसी गड़कोटी ने इसकी पुष्टि की है.

डॉ. गड़कोटी ने बताया कि महिला को टायफाइड की भी शिकायत थी. जिस कारण उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.
परिजन वापस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. महिला 5 माह की गर्भवती बताई जा रही है.

बताते चले कि वर्तमान में सभी अस्पतालों में कोरोना की जांच के लिए रैपिड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है बावजूद इसके गर्भवती महिला को एक से दूसरे अस्पताल में दौड़ाया गया. अगर महिला का जिला अस्पताल में रैपिड टेस्ट कर लिया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती.

इधर मामले में सीएमओ सविता ह्यांकी व जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. आरसी पंत से फोन के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया. लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया.