Richest IPS officer in India:क्या आपको पता है कि देश के सबसे अमीर आईपीएस कौन है?मुख्यमंत्री से भी ज्यादा है इनकी संपत्ति

Richest IPS officer in India: 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर देश के सबसे अमीर आईपीएस अधिकारी हैं। उनके पास 152 करोड रुपए…

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Richest IPS officer in India: 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर देश के सबसे अमीर आईपीएस अधिकारी हैं। उनके पास 152 करोड रुपए की संपत्ति है। उनके दादा भी आईपीएस अधिकारी थे। आइए जानते हैं उनके बारे में

आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर देश के सबसे अमीर आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं। वह पंजाब कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2016 में तब सुर्खियां बटोरी जब उन्होंने अपनी अचल संपत्ति की घोषणा की। उस वक्त वह पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखबीर सिंह बादल से कई ज्यादा अमीर थे। आईए जानते हैं कि उन्होंने कहां से की है पढ़ाई और वह कैसे बने आईपीएस अधिकारी?

आईपीएस गुरप्रीत सिंह भुल्लर आईजी रैंक पर पदोन्नति होने से पहले लुधियाना के पुलिस आयुक्त के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने अपना लंबा कार्यकाल मोहाली के एसएसपी के तौर पर किया। वह 2009 से 2013 के बीच और 2015 से 2016 तक मोहाली के एसएसपी रहें।

बीए ऑनर्स की डिग्री, दादा भी थे IPS

गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने बीए ऑनर्स से डिग्री ली। उनके दादा गुरदयाल सिंह भुल्लर भी आईपीएस अधिकारी थे और उन सेवाओं के दौरान जालंधर में तैनात थे। गुरदयाल सिंह भुल्लर 1957 से 1960 के बीच जालंधर एसएसपी थे।

कितनी है संपत्ति?

आईपीएस गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने 2016 में 152 करोड रुपए की संपत्ति घोषित की थी। अपनी संपत्ति की घोषणा में उन्होंने आठ मकान, कृषि और तीन व्यावसायिक भूखंड बताए थे। उनके पास 85 लाख रुपए की व्यावसायिक संपत्ति और दिल्ली के सैनिक फार्म में 1500 वर्ग गज का खाली प्लाट भी शामिल था।

साथियों उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास मोहाली के एक गांव में 45 करोड रुपए की जमीन भी है। बताया जाता है कि उनके पास ज्यादातर पैतृक संपत्ति है। उस समय पंजाब के पूर्व सीएम कप्तान सिंह की कुल संपत्ति 48 करोड रुपए और बादल की कुल संपत्ति 102 करोड रुपए थी।

विरासत में मिली संपत्ति

दस्तावेजों के अनुसार उनकी सबसे महंगी संपत्ति लगभग 45 करोड़ रुपए आंकी गई है, जो मोहाली के एक गांव में अकृषि योग्य भूमि के रूप में है। अपने अचल संपत्ति रिटर्न (आईपीआर) में उन्होंने उल्लेख किया कि उन्हें इनमें से अधिकांश संपत्तियां विरासत में मिलीं और कई मामलों में स्रोत के रूप में दादा-दादी से मिली पैतृक संपत्ति का जिक्र किया है।