Haryana Political Crisis: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब भाजपा अपने दम पर हरियाणा मे अपनी सरकार बनाएगी। हरियाणा सीएम की रेस में अब दो नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं जिसमें पहला नाम नायब सैनी का है और दूसरा नाम संजय भाटिया का है।
Haryana New CM: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया है और अब नए सिरे से हरियाणा सरकार में मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा। कहा जा रहा है कि भाजपा ने इसके लिए विधायक दल की बैठक भी बुलाई है जिसमें नए मुख्यमंत्री का फैसला किया जाएगा। भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुग चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। बैठक के बाद आज ही नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह भी होगा। बताया जा रहा है कि मनोहर लाल खट्टर की जगह हरियाणा के सीएम की जगह दो नए नाम सामने आ रहे हैं।
कौन हैं नायब सिंह सैनी?
नायब सैनी हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। नायब सिंह साल 2005 युवा मोर्चा भाजपा अंबाला के जिला अध्यक्ष बनकर उभरे थे। इसके बाद 2009 में भाजपा किसान मोर्चा हरियाणा के महामंत्री बने, फिर साल 2012 में बीजेपी अंबाला से जिला अध्यक्ष बने, 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने। 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बने और साल 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए।
कौन हैं संजय भाटिया?
वहीं अगर बात की जाए संजय भाटिया की तो संजय भाटिया करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं और पानीपत के मॉडल टाउन के रहने वाले हैं। संजय भाटिया बीजेपी के संगठन का काम देख चुके हैं और हरियाणा के कई बोर्ल्डो के सदस्य और अध्यक्ष रह चुके हैं। संजय भाटिया साल 1989 में ABVP के जिला महासचिव बने थे। इसके बाद 1998 में BJP युवा मोर्चा के राज्य महासचिव बने थे और 2019 के लोकसभा चुनाव में करनाल से सांसद चुने गए।
क्या मनोहर लाल खट्टर बनेंगे दोबारा सीएम?
इसी बीच यह भी बातें सामने आ रही है कि हरियाणा के पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा है कि मनोहर लाल खट्टर फिर से मुख्य मंत्री पद के लिए शपथ लेंगे। इसके साथ ही यह चर्चा भी हो रही है कि मनोहर लाल खट्टर करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ने की भी संभावना है।
हरियाणा विधानसभा का नंबर गेम
हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं और बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है। बीजेपी के 41 विधायक है और उसे बहुमत के लिए 5 और विधायकों की जरूरत होगी। हरियाणा में कांग्रेस के पास 30, जेजेपी के पास 10, हरियाणा लोकहित पार्टी के पास 1 और इंडियन नेशनल लोकदल के पास 1 विधायक हैं। इसके अलावा 6 निर्दलीय विधायक भी हैं।