डीएम के निर्देश पर अफसरों के अस्पतालों में छापेमारी से मचा हड़ंकप, 64 डॉक्टर व कर्मचारी मिले नदारद: डीएम ने सीएमएस व सीएमओ से मांगा स्पष्टीकरण

नैनीताल सहयोगीडीएम सविन बंसन के निर्देश पर अफसरों ने शुक्रवार को जिले के विभिन्न अस्पतालों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 64 डॉक्टर डयूटी से…

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नैनीताल सहयोगी
डीएम सविन बंसन के निर्देश पर अफसरों ने शुक्रवार को जिले के विभिन्न अस्पतालों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 64 डॉक्टर डयूटी से नदारद पाये गये। छापेमारी की सूचना पर अस्पतालों में हड़कंप मच गया।
इस दौरान बीडी पांडे चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय पदमपुरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बैलपड़ाव, संयुक्त चिकित्सालय रामनगर, सीएचसी खैरना में अधिकारियों द्वारा छापेमारी की गयी।
नैनीताल बीडी पांडे महिला, पुरूष चिकित्सालय में सुबह 8.30 बजे एडीएम केएस टोलिया ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बीडी पाण्डे पुरूष चिकित्सालय में दो संविदा डाक्टर नदारद पाये गये। एसडीएम धारी विजयनाथ शुक्ला ने सुबह 8ः25 बजे पदमपुरी संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया। यहां एमओआईसी नदारद पाये गये। सीएमओ की मीटिंग में जाने का हवाला दिया गया। अस्पताल में 14 संविदा कर्मियों में से 11 कर्मी नदारद पाये गये। जबकि 15 स्थाई कर्मियों में से 11 कर्मी नदारद पाये गये। इसके साथ ही शुक्ल ने सुन्दरखाल एसीडी, पदमपुरी इंटर कालेज व सहकारी साधन समिति में भी छापेमारी की। जहां व्यवस्थाएं व मौजूदगी सामान्य पाई गई। इसके अलावा एसडीएम कालाढूंगी विवेक राय ने सुबह 8ः30 जे बेलपड़ाव पीएचसी में छापेमारी की। इस दौरान 27 कर्मियों एवं डाॅक्टरों में से 22 नदारद मिले। निरीक्षण के दौरान वार्ड में गन्दगी पड़ी मिली। बेड़ गंदे होने के साथ ही शौचालय भी गंदे पाये गए। एसडीएम हरिगिरी ने संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में सुबह 8ः25 बजे छापेमारी की जहां 14 कार्मिक एवं डाॅक्टर नदारद पाये गये। इसके अलावा अस्पताल में सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई। इसके अतिरिक्त दवाईंयों का चार्ट भी अपडेट नही पाया गया। निरीक्षण के दौरान सामने आया कि डाॅक्टरों द्वारा जैनरिक दवाईयाॅ कम लिखी जा रही है। एसडीएम कौश्या कुटौली विनोद चटवाल ने सुबह 8 बजे खैरना स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पांच कार्मिक एवं टैक्नीशियन नदारद मिले, एमओआईसी का बेतालघाट जाना बताया गया तथा एक डाॅक्टर छुट्टी पर मिले जिनकी छुट्टी का आवेदन मौजूद था जो कि स्वीकृत नहीं था। संचालित कार्यों की जाॅच के लिए चिकित्सा प्रबन्धन समिति की बैठक का कार्यवृत्त मांगने पर चिकित्सालय स्टाफ कार्यवृत्त नहीं दिखा पाया। निरीक्षण के दौरान अन्य स्थितियाॅ सामान्य पायी गई।
डीएम सविन बंसल ने बताया कि समय से अस्पताल न पहुंचने वाले तथा चिकित्सालय से नदारद चिकित्सकों के लिखाफ नियमाुनसार कार्यवाही की जाएगी। श्री बंसल ने बताया कि वर्षाकाल में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में भी डाॅक्टरों का समय से चिकित्सालय न पहुॅचना अत्यन्त खेदजनक है। डीएम ने संबंधित अस्पतालों के सीएमएस व सीएमओ से तत्काल स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये है। कहा कि समय—समय इसी तरह निरीक्षण कराये जायेंगे।