सुबह एकदम खाली पेट न खाएं फल, जाने खाने का सही समय

आयुर्वेद में फलों से संबंधित दो बातों को विशेष महत्व दिया गया है। पहला यह कि प्रातः काल बिल्कुल खाली पेट फल नहीं खाने चाहिए।…

Do not eat fruits on an empty stomach in the morning

आयुर्वेद में फलों से संबंधित दो बातों को विशेष महत्व दिया गया है। पहला यह कि प्रातः काल बिल्कुल खाली पेट फल नहीं खाने चाहिए। दूसरा यह कि भोजन के साथ फलों का सेवन ना करें। ये सभी बातें भले ही आज के पढ़े लिखे युवाओं को पता ना हों।

हमारे बुजुर्ग सेहत से जुड़ी इन बेसिक बातों को जानते थे। अब आपके मन में यह प्रश्न आ सकता है कि फलों को खाली पेट या फिर भोजन के साथ क्यों नहीं खाना चाहिए? यह सवाल भी आपके मन में आ सकता है कि फल को किस समय खाया जाएं? खाली पेट फलो का सेवन क्यों नही करना चाहिए? आइए जानते है इन सवालों के जबाब।

जो भी हम खाते है उसको पचाने के लिए पेट में जरूरी एसिड्स होते हैं।जब भी हम कुछ खाते है तो इन एसिड्स के कारण शरीर पाचन की क्रिया शुरू कर देता है। ऐसा इसलिए होता है कि शरीर इससे जरूरी पोषक तत्व ले सके।

अब जानते है​ कि फलो का सेवन खाली पेट करने से ​क्या दिक्कतें होती है। दरअसल, सभी फलों में अम्ल (Acid) और क्षार (Alkali) जरूर होते हैं। किसी में क्षार की अधिकता होती है और किसी में अम्ल अधिक मात्रा में होता है। जब हम खाली पेट फलो का सेवन करते है तो इससे होता यह है कि पेट में या तो क्षार की मात्रा बढ़ती है या फिर अम्ल की मात्रा बढ़ती है। इसके कारण खट्टे डकार आने की दिक्कत हो जाती है या फिर सीने में जलन हो सकती है। इसके अलावा पाचन से जुड़ी दूसरी परेशानी जैसे गैस, बदहजमी, वजनीपन इत्यादि भी आपको परेशान कर सकता है।

अब जानते है कि भोजन के साथ फलो का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए? इसके साथ ही एक सवाल और आता है खाने के साथ फल खाने से क्या दिक्कत होती है? तो इसका उत्तर भी पेट में उपस्थित एसिड्स से ही जुड़ा है।

जब आप भोजन करते हैं तो जो भोजन शरीर के अंदर जाता है, वह तुरंत ही पेट में उपस्थित एसिड के साथ मिलता है और उसके पाचन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है ताकि भोजन पेट में अधिक देर तक ना रूके और इसमें माइक्रोबियल ग्रोथ (माइक्रोब्स) ना हो क्योंकि चबाए हुए भोजन में बैक्टीरिया या फंगी बहुत जल्दी पनप सकते हैं। लेकिन फल फाइबर से भरपूर होते हैं और इन फाइबर को पचने में शरीर कुछ समय लेता है।

फाइबर युक्त पदार्थ के पाचन क्रिया धीमे-धीमे होती है। भोजन के साथ फलों को खाने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। इसके कारण पेट में वजनीपन या गैस बनने की समस्या हो सकती है। यदि आप भोजन में फल खाने को अपनी आदत के रूप में विकसित कर लेते हैं तो भविष्य में आपको कई गंभीर रोगों का सामना भी करना पड़ सकता है।

फल खाने का बेस्ट टाइम

खाली पेट फल नहीं खाने है, नाश्ते में फल नहीं खाने है, भोजन के साथ फल नहीं खाने है तो फल खाने कब चाहिए? तो इसका सही उत्तर है, स्नैक्स टाइम में। जी हां, प्रातः काल नाश्ते के दो घंटे बाद और लंच से एक-दो घंटे पहले आप फलों का सेवन कर सकते हैं। यानी दिन में करीब 11-12 बजे। इसके अलावा आप दोपहर के भोजन के बाद और शाम के भोजन के दो घंटे पहले भी फल खा सकते हैं। यानि दोपहर में में 3 बजे से शाम 5 बजे के बीच। इन समय पर फल खाने से शरीर को फलों का पूरा सत्व तो मिलता ही है साथ ही पाचन से जुड़ी समस्याओं से दोचार नही होना पड़ता।