चंपावत में सड़क की जगह गौसदन भेजे जाए पशु-डीएम

चम्पावत में आवारा जानवरों को लैकर डीएम ने ली बैठक सभी अधिकारी रहे मोजूद टनकपुर संवाददाता जनपद मुख्यालय एवं अन्य स्थानों में कोई भी व्यक्ति…

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चम्पावत में आवारा जानवरों को लैकर डीएम ने ली बैठक सभी अधिकारी रहे मोजूद

टनकपुर संवाददाता

जनपद मुख्यालय एवं अन्य स्थानों में कोई भी व्यक्ति अपने जानवरों को खुला न छोड़े, इसके लिए वन विभाग, पुलिस विभाग के वैरियरों सहित जनपदों की सीमाओं, जिला मुख्यालय में प्रवेश करने वाली सीमाओं पर सीसीटीवी स्थापित करना सुनिश्चित करें जिससे गायों को खुला छोड़ने वालों की पहचान की जा सके। यह बात जिला सभागार में जनपद मुख्यालय सहित अन्य स्थानों में खुला घूम रहे जानवरों की व्यवस्था करने हेतु आयोजित बैठक में बोलते हुए जिलाधिकारी एसएन पाण्डे ने कही। जिलाधिकारी ने गौ सेवा धाम ट्रस्ट पस्तौली धौनीशिलिंग के अध्यक्ष शंकर पाण्डेय को वर्तमान में नगर में घूम रहे आवारा जानवरों को अपने गौ सदन में रखने के साथ अधिशासी अधिकारी चम्पावत को आवारा जानवरों को उनके गौ सदन तक पहुॅचाने के निर्देश दिये। अधिशासी अधिकारी ने बताया कि गौ सेवा धाम धौनी शिलिंग में पूर्व में 17 गायों को पहुॅचाया गया है और वर्तमान में नगर क्षेत्र में 7 गायें लावारिस घूम रही हैं साथ ही लोहाघाट नगर पंचायत द्वारा 15 आवारा पशुओं को गौ सेवा धाम पहुॅचाया जा चुका है, लेकिन 25 गायें वर्तमान में लोहाघाट नगर में हैं।
गौ सेवा धाम के अध्यक्ष शंकर पाण्डे ने बताया कि उनके गौ सेवा धाम में 150 पशुओं की क्षमता है, वर्तमान में 120 गायें उनके सेवा धाम में हैं। उन्होंने बताया कि नगर पालिका चम्पावत एवं नगर पंचायत लोहाघा द्वारा गौ सेवा धाम पहुॅचाये गये पशुओं के भरण-पोषण हेतु कोई सहायता नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के भरण-पोषण हेतु उनके धाम को वर्ष 2018-19 में 1.47 लाख की सहायता की गई थी जो पशुओं के भरण-पोषण हेतु पर्याप्त नहीं है। जिलाधिकारी ने ईओ चम्पावत व लोहाघाट को गौ सेवा धाम ट्रस्ट धौनीशिलिंग से अनुबंध करते हुए गौशाला के निर्माण का प्रस्ताव एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उन्होंने अवगत कराया कि सरपंच वन पंचायत कालूखान मुकेश कलखुडिया अपनी वन पंचायत में आवारा गायों को रखने के इच्छुक हैं जिस पर जिलाधिकारी ने ईओ चम्पावत को कलखुडिया से वार्ता कर अनुबंध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि पशुओं को रखने हेतु तारबाड़ की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा की जायेगी। नगर पालिका टनकपुर द्वारा अवगत कराया गया कि वहां पर वन भूमि में अस्थाई गौशाला है जिसमें 54 आवारा पशु नगर पालिका टनकपुर द्वारा भेजे गये है और जिनके भरण-पोषण हेतु 5 हजार रूपये प्रतिमाह नगर पालिका टनकपुर द्वारा दिये जाते हैं, जिस पर अवगत कराया गया कि वर्तमान में टनकपुर नगर में आवारा पशु घूम रहे हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने कहा बाजपुर में स्थापित श्री राधे कृष्ण गौ सेवा सदन पंजीकृत है जहां पर टनकपुर के आवारा पशुओं को भेजा जा सकता है जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल आवारा पशुओं को पंजीकृत गौ सदन में पहुॅचाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पशुओं की टैगिंग कराते हुए उसकी सूची संबंधित नागर निकायों को उपलब्ध कराने करायें। उन्होंने उप जिलाधिकारियों एवं ईओ नगर निकायां को निर्देश दिये कि ऐसी वन भूमि का चिन्हांकन करने को कहा जहां आवारा जानवरों को रखा जा सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तालिया, प्रभागीय वनाधिकारी कुबेर सिंह बिष्ट, उप जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.बीएस जंगपांगी, प्रभारी अधिकारी जीडी पाण्डेय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुरेश पन्त, अधिशासी अधिकारी अभिनव कुमार, लोहाघाट कमल कुमार आदि उपस्थित थे