जब डीएम ​पहुंचे काभड़ी गांव उद्यमिता का लिया प्रत्यक्ष जायजा, अधिकारियों को दिए यह निर्देश

अल्मोड़ा। धौलादेवी विकासखण्ड में ग्राम्या परियोजना फेस-2 के विभिन्न कार्यो/परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया एवं मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा किया…

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अल्मोड़ा। धौलादेवी विकासखण्ड में ग्राम्या परियोजना फेस-2 के विभिन्न कार्यो/परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया एवं मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने विकासखण्ड के ग्राम पंचायत काभड़ी में खष्टी बल्लभ द्वारा मुर्गी पालन व्यवसाय का निरीक्षण किया गया। उद्यमी ने बताया कि कि ग्राम्या परियोजना से 1 लाख रूपये की अनुदान राशि प्राप्त हुई जिससे मुर्गी बाड़े का निर्माण कर उसमें कुक्क्ट पालन प्रारम्भ किया गया। काश्तकार द्वारा बताया गया कि विगत 80 दिनों में 02 लौट चूजों का विक्रय कर लगभग 51000 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने इस प्रयास की काफी सराहना की।
भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत मेलगाॅव में दुर्गा निर्बल समूह द्वारा दौने-पत्तल बनाने के लघु उद्योग का भी निरीक्षण किया। दुर्गा निर्बल समूह द्वारा विगत एक वर्ष से ग्राम्या परियोजना द्वारा इस लघु उद्योग के लिए सहयोग किया गया था। जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह के प्रयासो से गाॅवों में पलायन रुकेगा और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। ग्राम काभड़ी में 06 हैक्टेयर भूमि पर 15 सौ नीबू प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया है जिसमें मनरेगा से बने सिंचाई टैंक हेतु पानी की व्यवस्था सुचारू करने के लिए जिलाधिकारी बी0डी0ओ0 निर्देशित किया।

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इसके अलावा उन्होंने दन्यां में ग्राम्या परियोजना द्वारा सहायतित टेलरिंग व्यवसाय एवं इलैक्ट्रीशियन व्यवसाय कर रहे लोगो से भी मुलाकात की। उन्हें बताया गया कि दोनो व्यवसाय में अच्छी आय अर्जित की जा रही है। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत धसपड़ में निर्मित कच्चे तालाबों एवं खन्तियों का भी निरीक्षण किया। उप परियोजना निदेशक डा0 एस0के0 उपाध्याय ने जानकारी दी कि इन तालाबों एवं खन्तियों के कारण ग्राम पंचायत में जलस्रोत में वृद्वि हुई है जिससे वहाॅ पर सब्जी उत्पादन बढ़ा है। इसके बाद ग्राम पंचायत में सौर ऊर्जा द्वारा संचालित सौलर पम्प जिसकी क्षमता 20 हजार ली0 है का भी निरीक्षण किया और कहा कि ग्राम्या परियोजना द्वारा जो कार्य किये जा रहे है वह काफी सराहनीय है। इस टैंक से सिंचाई किये जाने के उपरान्त वहाॅ पर काश्तकारों द्वारा बन्दगोभी, मटर, शिमला मिर्च आदि का उत्पादन किया जा रहा है। इस भ्रमण के दौरान उपजिलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह, पशु चिकित्साधिकारी डा0 सुशील कुमार सिंह, एम0सी0 पाठक सहित ग्राम्या के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।