जिला विकास प्राधिकरण को बताया काला कानून, प्राधिकरण के विरोध में शहर भर में निकाला जूलूस पढ़ें पूरी खबर

देखें वीडियो क्या कहा कुंजवाल ने अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में सोमवार को जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। सर्वदलीय संघर्ष समिति की…

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देखें वीडियो क्या कहा कुंजवाल ने

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में सोमवार को जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। सर्वदलीय संघर्ष समिति की ओर से आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में विभिन्न संगठनों के लोगों ने भाग लिया और सरकार से तत्काल इस जनविरोधी प्राधिकरण को वापस लेने की मांग की। वक्तओं ने इसे काला कानून की संज्ञा भी दी।
यह जुलूस गांधी पार्क से माल रोड होते हुए पूरे बाजार क्षेत्र में निकाला गया। साथ ही जिलाप्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया। वक्ताओं ने शीघ्र डीडीए को समाप्त किए जाने और मांग पूरी न होने पर बृहद आंदोलन की चेतावनी दी।
इस मौके पर एक जनसभा का भी आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि विकास प्राधिकरण के लागू होने के बाद पर्वतीय क्षेत्र के लोगों में गहरा रोष एवं असंतोष व्याप्त है। प्राधिकरण के माध्यम से सरकार ने मैदानी क्षेत्रों के लिए बने नियमों को जबरन पर्वतीय क्षेत्र में लागू कर दिया है। जबकि पर्वतीय क्षेत्र की भू—रचना, जलवायु, भौगोलिक परिस्थिति एवं आर्थिक तथा समाजिक स्थिति मैदानी क्षेत्रों से सर्वथा भिन्न है।

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पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने इसे सरकार का कालाकानून करार देते हुए कहा कि सरकार जनता की इच्छा के विरुद्ध इसे लागू कर रही है। कहा कि सरकार इसे अपने माहततों के कमाई का साधन बनाने पर चली हुई है। वक्ताओं ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में एक जमीन में परिवार के कई सदस्य हिस्सेदार होते है और एक परिवार के मुखिया के हिस्से में 2—4 मुठ्ठी अधिकांशत जमीन आती है। ऐसी स्थित में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के मानक ऐसे भू स्वामियों पर कैसे लगाये जा सकते है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में विशेषकर अल्मोड़ा नगर में मानचित्रों को स्वीकृत करने का अधिकार नगर पालिका अधिनियम 1916 के अंतर्गत नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा को ही था। जबकि प्राधिकरण लगने के बाद से यह अधिकार पालिका से छीन कर प्राधिकरण को दिया गया है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के लोग बाखली में निवास करते है। बहुतायत परिवारों के मकान बाखली में जुड़े रहते है। जिनमें दो मकानों की संयुक्त ही दीवार होती है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण द्वारा भवन निर्माण में पूरी लागत का 1 प्रतिशत लेबर सेस लिया जा रहा है। जुलूस प्रदर्शन करने वालों में नगरपालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी पूर्व विधायक मनोज तिवारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे, राजीव लोचन साह, पीसी तिवारी, रमेश पांडे कृषक,ईश्वर जोशी, होटल एसोएिशएन के अध्यक्ष राजेश बिष्ट, पृथ्वीराज सिंह मटेला, रमेश जोशी, राजेंद्र रावत, नीरज पवार, महेंद्र ​बिष्ट, नयन राम, धीरेंद्र सिंह बोरा, मोहन सिंह नेगी, जंगबहादुर थापा, विनोद बैष्णव, अजय नेगी, राम अवतार, गोंविद आर्या, जीवन सिंह बिष्ट, मुकेश जोशी, सुनील बाराकोटी, सुंदर सिंह लखाल, सुबेदार आनंद सिंह बोरा, पीजी गोस्वामी, फाकिर खान, देवेंद्र प्रसाद, दिवान राम, भूवन सिंह, पंकज, अखिल, पीएस रावत, एमडी सलीम, गिरीश चंद्र, भूपेंद्र भोज, दीपक साह, अनूप गुप्ता, अजीत कार्की, एके अवस्थी, हीरा सिंह बिष्ट, चंदन सिंह, अशोक कुमार, हर्ष कनवाल, प्रकाश पांडे, चंदन कुमाऊनी, अम्बीराम आर्या, विपिन चंद्र तिवारी, मनोज कुमार वर्मा, यूसूफ तिवारी, सिंकदर पवार, कुंदन लटवाल, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, आनंद सिंह ऐरी, कैलाश चंद्र तिवारी, राजीव कर्नाटक, दीपांशु पांडे, सीएस, दया कृष्ण कांडपाल, शिन बराकोटी, पदम सिंह बिष्ट, भारत रत्न पांडे, अख्तर हुसैन,पीसी जोशी, पीसी तिवारी, पूरन रौतेला, दीवान सतवाल, समित कर्नाटक, दीपा, लता तिवरी, आनंद बगड़वाल, सोनी बिष्ट, किरन साह, प्रताप सत्याल, आनंद ऐरी, अख्तर हुसैन, रमेश, धरम सिंह महरा सहित अनेक लोग मौजूद थे।