अल्मोड़ा में एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। जिला प्रशासन द्वारा भाजपा कार्यालय की सुरक्षा दीवार के निर्माण के लिए आपदा राहत कोष से धन आवंटित किए जाने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस फैसले को “आपदा में अवसर” करार देते हुए जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है।
आपदा पीड़ितों की अनदेखी
भूपेंद्र सिंह भोज ने कहा कि पिछली बरसात में अल्मोड़ा जिले में भारी तबाही हुई थी। कई गरीब परिवारों के घर टूट गए, सड़कें ध्वस्त हो गईं और लोगों को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जरूरतमंदों को कोई सहायता नहीं मिली, जबकि अब भाजपा कार्यालय की दीवार बनाने के लिए आपदा कोष का इस्तेमाल किया जा रहा है।
वीआईपी ट्रीटमेंट का आरोप
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सवाल उठाया कि जिस पार्टी के पास पहले से ही पर्याप्त संसाधन हैं, उसके कार्यालय के लिए आपदा राहत कोष से धन क्यों स्वीकृत किया गया। उन्होंने इसे आम जनता के साथ अन्याय और आपदा नियमों का उल्लंघन बताया। उनका कहना है कि यह दिखाता है कि जिला प्रशासन भाजपा को विशेष तवज्जो दे रहा है।
जनता के पैसे का दुरुपयोग
भूपेंद्र सिंह भोज ने इस फैसले को जनता के पैसे का दुरुपयोग करार दिया है। उन्होंने मांग की है कि इस आवंटन को तुरंत रद्द किया जाए और आपदा कोष का इस्तेमाल वास्तव में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए किया जाए।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
इस घटना ने अल्मोड़ा के राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन और भाजपा पर हमलावर हो गई है, वहीं भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। देखना होगा कि यह विवाद आगे क्या मोड़ लेता है।