All the functions of the Diploma Pharmacists Association dissolved, two organizations came into existence in the state
अल्मोड़ा, 18 जुलाई 2020- डिप्लोमा फार्मासिस्टों के दो गुटों के बीच वैधता की जोर आजमाइश के बीच शासन ने दोनों कार्यकारिणीयों (Diploma Pharmacists Association dissolved)को,भंग कर दिया है.
अपर सचिव गरिमा रौंकली की ओर से यह निर्देश आए हैं जिसमें सभी कार्यकारिणियों को भंग कर नए सिरे से निष्पक्ष चुनाव संपन्न करने को कहा है.
साथ ही महानिदेशालय स्तर के अधिकारी की पर्वेक्षण में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने को भी कहा है.
इस निर्णय के तहत शासन ने दो गुटों की लड़ाई का पटाछेप का प्रयास भी किया है संगठन से जुड़े कई फार्मासिस्टों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है.(Diploma Pharmacists Association dissolved)
बताते चलें कि मई 2015 के बाद ऐसी स्थितियां बनी कि संगठन की एकजुटता प्रभावित होनी लगी. यही नहीं संगठन के दो फाड़ होने की स्थिति आ गई. आरोप है कि 2016 में 539 सदस्यों को मतदान में भाग नहीं लेने दिया गया और 2018 में एक अलग प्रदेश कार्य समिति का गठन हो गया. यानि एक प्रदेश में दो संगठन संचालित होने लगे .
कुछ फार्मेसिस्टों का कहना है कि भेद ऐसा किया गया कि उपकेन्द्रों में तैनात फार्मासिस्ट अलग कर दिए गए.
यहां देखिए पत्र
इसके बाद दोनों संगठन खुद को वैध व मान्यता प्राप्त सिद्ध करने में लगे थे. और शासन को त्रैमासिक बैठक का आयोजन करने की मांग करने लगे.अब सरकार की ओर से जारी पत्र में सभी कार्यकारिणियों को भंग Diploma Pharmacists Association dissolvedकर नए सिरे से निष्पक्ष चुनाव आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं.
इधर यह निर्णय आने पर फार्मासिस्टों की ओर से एपी सेमवाल, पवन पांडे, प्रेम शंकर सिंह सतीश पांडे, गजेंद्र कुमार पाठक, अशोक शास्त्री, बिपिन जोशी, डीके जोशी, गोकुल सिंह मेहता, मनोहर मेहता, इंद्रेश कोठारी, केएन जोशी, जयपाल सिंह नयाल, कैलाश जोशी आदि ने खुशी जताई है.
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