देहरादून, 6 अप्रैल 2020
जानबूझकर मेडिकल जांच को सामने नहीं आने वाले जमातियों को पुलिस महानिदेशक (DGP) ने चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि छिपे जमातियों के पास 6 अप्रैल यानि आज अंतिम मौका है. इसके बाद पुलिस अपनी कार्रवाई शुरू करेगी. इस दौरान कोई पकड़ में आया तो खिलाफ डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट व गैर इरादतन हत्या का मुकदमा (Murder case) दर्ज किया जाएगा.
गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. 26 कोरोना पॉजिटिव में 19 जमाती हैं. इनमें 8 देहरादून जिले से हैं. राज्य में 4 दिन के भीतर कोरोना पॉजिटव मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ने से अब लोगों में भी भय का माहौल है वही, सरकार के माथे पर भी इससे बल पड़ रहा है.
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक (DGP) अनिल कुमार रतूड़ी ने रविवार को जमातियों को कड़ी चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि निजामुद्दीन मरकज और जमात में गए 675 लोगों को क्वारंटीन किया जा चुका है. पुलिस के अनुरोध के बावजूद जमाती खुद को छिपा रहे हैं, जो चिंताजनक है.
सरकार और पुलिस हर नागरिक की सुरक्षा के लिए गंभीर है. जमाती सामने आए तो पूरे समाज के लिए बेहतर होगा.
डीजीपी (DGP) रतूड़ी ने कहा कि कोरोना वायरस से काफी लोग ठीक हो रहे हैं. इसलिए डरने की कोई बात नहीं हैं. जरूरी होगा तो उनका मेडिकल कराया जाएगा.
कहा कि तय सीमा यानि 6 अप्रैल के बाद कोई प्रशासन की पकड़ में आया तो उसके खिलाफ डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट व आईपीसी की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा साथ ही उन्होंने कहा कि जमातियों से फैले संक्रमण से यदि किसी अन्य व्यक्ति की मौत हुई तो गैर इरादतन हत्या का भी केस दर्ज (Murder case) किया जाएगा.