बग्वाल मेले की तैयारियां शुरू जिलाधिकारी ने की मीटिंग

चम्पावत सहयोगी। देवीधुरा मॉ बाराही प्रांगण में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला उत्तर भारत का प्रसिद्ध बग्वाल (फल-फूलों से खेले जाना वाला पाषाण युद्ध) मेला 11…

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चम्पावत सहयोगी। देवीधुरा मॉ बाराही प्रांगण में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला उत्तर भारत का प्रसिद्ध बग्वाल (फल-फूलों से खेले जाना वाला पाषाण युद्ध) मेला 11 अगस्त से 24 अगस्त तक तथा मुख्य पर्व रक्षाबंधन के दिन 15 अगस्त को होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष खुशाल सिंह अधिकारी की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में आयोजित बग्वाल मेले की बैठक में मेले की तिथि निर्धारण के साथ रक्षाबंधन पर्व पर आयोजित होने वाले मेले की रूपरेखा का निर्धारण किया गया। बैठक में मेले की अवधि 11 से 24 अगस्त और मुख्य मेला 15 अगस्त रक्षाबंधन को होगा। एएमए जिला पंचायत मेला अधिकारी, एसडीएम पाटी मेला मजिस्ट्रेट व पुलिस उपाधीक्षक मेला पुलिस अधिकारी होंगे। मेला 5.50 किमी. परिधि में होगा और पुलिस द्वारा मेला क्षेत्र में चार बैरियर लगाने के साथ मेला क्षेत्र तीन सेक्टरों में विभाजित किया जायेगा, मेला अवधि में कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए पीएसी, पुलिस बल, महिला पुलिस बल तैनात होगा साथ ही एनएसएस, एनसीसी एवं स्काउट की सहायता भी सुरक्षा में ली जायेगी। जिला पंचायत अध्यक्ष ने सभी से व्यक्तिगत व आध्यात्म की भावना से सहयोग की अपेक्षा की।
लोनिवि एवं एडीबी को मेला प्रारम्भ होने से पूर्व सड़कें दुरस्त व टूट-फूट ठीक करने, वन विभाग को मेला क्षेत्र से लगे गांवों व खाम योद्धाओं के आने वाले पैदल रास्तों की मरम्मत करने तथा आबकारी विभाग को 15 व 16 अगस्त को देवीधुरा सहित पाटी की देशी-विदेशी मदिरा की दुकान बंद रखने व मेला क्षेत्र में अवैध मदिरा की बिक्री पर अंकुश रखने को कहा। जिलाधिकारी सुरेन्द्र नारायण पाण्डे ने एसडीएम, पुलिस व एआरटीओ को संयुक्त टीम तैयार कर 11 अगस्त से ही छापामार कार्यवाही करने और वाहन चालकों की एल्कोमीटर से जॉच करने के निर्देश दिये। खाद्य विभाग को मेले में पर्याप्त मात्रा में गेहूॅ, चावल, कैरोसीन उपलब्ध कराने और कामर्सियल कार्यो हेतु घरेलू सिलेण्डरों का कदापि प्रयोग न होने देने के निर्देश दिये।
मेलावधि में दूध की दरें तय करने, आवास व्यवस्था पूर्व की भांति रहने तथा स्थानीय विद्यालयों में 14 व 16 अगस्त को अवकाश घोषित करने को कहा गया। मेलावधि में पेयजल की आपूर्ति हेतु 3 टैंकर उपलब्ध रहेंगे जिस पर जिलाधिकारी ने पेयजल लाइनों की टूट-फूट और टंकियों की सफाई करने के साथ क्लोरीन का प्रयोग करने के निर्देश दिये। सूचना विभाग को सौंग एण्ड ड्रामा डीविजन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार तथा राज्य के संस्कृति व सूचना विभाग से 13 दिन तक चलने वाले मेले में स्थानीय विधा पर आधारित प्रतिदिन दो-दो सांस्कृतिक टीमों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मेला अवधि में परिवहन विभाग को निगम व केएमओयूलि की अतिरिक्त बसों का संचालन करने, एआरटीओ को वाहनों की छतों पर यात्री न बैठें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मेलावधि के दौरान मुख्य बाजार में वाहन संचालन प्रतिबंधित होगा, ऐसा होने पर जुर्माना वसूला जायेगा। क्रीड़ा विभाग को वालीबाल खेल हेतु सामग्री उपलब्ध कराने, विद्युत विभाग को सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बनाये रखने, मेला क्षेत्र में 20 मूत्रालय व 10 अस्थाई शौचालय बनाने तथा मेला समाप्ति तक सफाई कर्मचारियों की तैनाती रखने, 6 अगस्त से सभी दुकानों में कूड़ेदानों की व्यवस्था करने एवं चिकित्सा विभाग को मेलावधि में अतिरिक्त चिकित्सकों सहित एम्बूलेंस व 108 की सेवाएं भी प्रदान करने के साथ 14 अगस्त को ब्लड डोनेशन कैम्प करने को कहा।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को कंघे से कंघा मिलाकर मेले को शांतिपूर्ण ढ़ंग से सम्पन्न कराने, मेले को राजकीय घोषित करने हेतु पत्र प्रेषित करने और मेले में होने वाले सभी कार्य 31 जुलाई तक प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने मेला क्षेत्र में पॉलीथीन, थर्माकोट से बनी वस्तुओं का भंडारण पाये जाने पर 5 हजार का जुर्माना वसूलने और सफाई व्यवस्था व कूड़ा निस्तारण हेतु व्यापक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया, एसडीएम पाटी शिप्रा जोशी, जिला पंचायत सदस्य भोला बोरा, मॉ बाराही मंदिर कमेटी अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम सिंह देऊ, प्रधान वालिक राजेन्द्र सिंह बिष्ट, नयागांव हिम्मत सिंह नयाल, सूनी आन सिंह लमगड़िया तथा पटना के राम सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी केएस बिष्ट, एएमए राजेश कुमार सहित पुलिस, पेयजल, उद्यान, पशुपालन, शिक्षा, चिकित्सा आदि सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। संचालन कीर्ति बल्लभ जोशी ने किया।