चंपावत में जातीय घृणा के चलते हुई दलित की मौत के विरोध में पिथौरागढ़ में छात्रों का प्रदर्शन

पिथौरागढ़। चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक में कथित जातीय घृणा के चलते हुई एक दलित व्यक्ति की मौत के मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच…

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पिथौरागढ़। चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक में कथित जातीय घृणा के चलते हुई एक दलित व्यक्ति की मौत के मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कर कार्रवाई की मांग करते हुए पिथौरागढ़ के छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया। साथ ही इस संबंध में पुलिस महानिदेशक और चंपावत के पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भेजा है।

शादी समारोह में गए दलित व्यक्ति के साथ कथित जातीय घृणा के चलते मारपीट और मौत का मामला

जानकारी के अनुसाार चंपावत में एक शादी समारोह के दौरान सवर्ण जाति के लोगों के समक्ष खाना खाने को लेकर एक दलित व्यक्ति को बुरी तरह पीटा गया, जिसके चलते बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने एससी-एसटी एट्रोसिटीज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इधर इस घटना के विरोध में छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को पिथौरागढ़ कलक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रा शीतल ने कहा कि पुलिस को जल्द से जल्द इस मामले की तह तक पहुंचकर परिवार को न्याय दिलाने की जरूरत है। पुलिस ने पीड़ित परिवार को मामले के सुलझने तक सुरक्षा भी देनी चाहिए।

विद्यार्थियों ने कहा कि पीड़ित के परिवार में छोटे छोटे बच्चे हैं और एकमात्र कमाऊ व्यक्ति की मौत के बाद परिवार का भरण पोषण होना मुश्किल है। इस घटना की तुरंत जांच की जाए। अंजलि ने कहा कि उत्तराखंड में पिछले कुछ सालों में जातिगत हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं जो कि बहुत चिंताजनक है।

पहले बागेश्वर, देहरादून-टिहरी और अब चंपावत, इस तरह के अमानवीय कृत्यों से हमारा समाज आज भी त्रस्त है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में अगर कानून तेजी से काम करे तो इसकी गूंज दूर तक जाती है और समाज में ऐसे अपराधों पर अंकुश भी लगता है। पुलिस इसके जरिये एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है कि इस तरह की सोच की जगह अब सिर्फ सलाखों के पीछे है।


विद्यार्थियों ने पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ के माध्यम से इस संबंध में डीजीपी और एसपी चंपावत को भेजे ज्ञापन में पीड़ित परिवार द्वारा लगाए गए आरापों की तेजी से निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच करने और परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने वाले में चंद्रा, कविता, आशीष, राकेश, निशा, महिमा, विद्या, दीपक, सूरज, अभिषेक, महेंद्र, गणेश, शीत, अभिषेक, रजत और शिवम आदि शामिल थे।