यूकेडी की मांग(demand)- युवाओं को कर्ज के जाल में उलझाने की बजाय कृषि उद्यम से जोड़ने की पहल करे सरकार

यूकेडी की मांग- युवाओं को कर्ज के जाल में उलझाने की बजाय कृषि उद्यम से जोड़ने की पहल करे सरकार

अल्मोड़ा: 08 मई 2020- उत्तराखण्ड क्रांति दल ने सरकार से युवाओ को लोन की जाल में उलझाने की बजाय उन्हें कृषि व्यवसाय व उद्यम से जोड़ने की मांग(Demand) की है|

दल के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रहमानंद डालाकोटी व जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रवासी युवाओ को ऋण देकर रोजगार देने के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रवास के तमाम कठिनाइयों को झेलने के बाद आर्थिक व मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित इन युवाओ को उत्तराखण्ड सरकार ऋणों के जाल में उलझाने की ऐसी कोई योजना न बनाये जिससे ये युवा कुछ समय बाद अपना व सरकारी धन लूटाकर पुनः पलायन को मजबूर न हो जाये|

उक्राद नेताओ ने कहा कि सरकार मनरेगा आजीविका सुधार सहित अनेक उन सरकारी योजनाओ के माध्यम से धन जुटाकर उत्तराखण्ड में बंजर पड़ गयी खेती योग्य भूमि को पुनः खेती योग्य बनाकर उस भूमि मे जंगली जानवरो द्वारा नुक्सान न पहुचाये जाने वाली फसलो की खेती कराने की कोई योजना बनाये इसके साथ ही खेती से जुड़े पशु पालन डेरी जैसे व्यवसाय करने के लिए 75/प्रतिशत अनुदान जैसी योजनाये चलाये उक्राद नेताओ ने यह भी कहा कि ऋण देकर स्वरोजगार देने की बातकर अपना पल्ला झाड़ लेने के स्थान पर सरकार को चाहिए कि वह पर्वतीय क्षेत्र मे सहकारी व सरकारी उद्योग लगाकर इन युवाओं को रोजगार प्रदान करे उक्राद नेताओं ने सरकारी स्तर पर उद्योग लगाने के लिए उत्तराखण्ड के बैंको मे पड़ी उस धनराशि का उपयोग करने की मांग की है कि जो ऐसे खातो में पड़ी है जिसे लेने के लिए खाताधारी की मृत्यु के बाद किसी ने कोई दावा नही किया इन युवाओ को रोजगार देने के लिए जिस प्रकार भाजपा प्रति बूथ 50 लोगो से 100-100 रुपये कोरोना वायरस के लिए जमा करवा रही है उसी प्रकार प्रति परिवार कुछ धनराशि लेकर देश व विदेश मे प्रवासी उधमियों नौकरी पेशा लोगो से आर्थिक सहयोग लेकर भी इन युवाओ के लिए रोजगार सृजन का कार्य किया जा सकता है या फिर उद्योग लगाये जा सकते है।