दीपिका बोहरा बनीं पिथौरागढ़ की जिला पंचायत अध्यक्ष,निर्विरोध हुआ चुनाव,समर्थकों ने मनाया जश्न

दीपिका बोहरा बनीं पिथौरागढ़ की जिला पंचायत अध्यक्ष,निर्विरोध हुआ चुनाव,समर्थकों ने मनाया जश्न

jila panchayat adhyaksh pithoragar
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उत्तरा न्यूज सहयोगी पिथौरागढ़। जिला पंचायत अध्यक्ष पिथौरागढ़ के पद पर दीपिका बोहरा निर्विरोध चुनाव जीत गई हैं। शनिवार को अपराह्न तीन बजे तक दीपिका बोहरा के मुकाबले अध्यक्ष पद के लिए कोई नामांकन नहीं हुआ।

नामांकन पत्र की जांच के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ वीके जोगदंडे ने दीपिका बोहरा को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। दीपिका बोहरा के निर्वाचन से उत्साहित उनके समर्थकों ने पार्टी नेताओं के साथ ढोल-दमाऊं व छलिया नृत्य के बीच नगर में विजय जुलूस निकाला और आतिशबाजी की।

जिला पंचायत पिथौरागढ़ की 33 सीटों पर बीेजेपी अधिकृत 14 उम्मीदवार चुनाव जीते, जबकि 14 जिला पंचायत सदस्य निर्विरोध चुने गए और कांग्रेस अधिकृत 5 उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे।

ओबीसी महिला आरक्षित जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बास्ते सीट से चुनाव जीती दीपिका बोहरा को पहले से जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन मामला तब गड़बड़ा गया जब बासीखेत-लग्गा-ढनौलासेरा से सीट से जिला पंचायत सदस्य बनीं नेहा बोरा को बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। इससे दीपिका बोहरा खेमे में बेचैनी छा गई। यह खेमा अपने स्तर से पार्टी नेताओं पर निर्णय पुनर्विचार के लिए दबाव बनाता रहा।

इस बीच एकाएक अधिकृत प्रत्याशी नेहा बोरा द्वारा चुनाव लड़ने से इन्कार करने पर स्थितियां तेजी से बदल गईं। एक तरफ दीपिका बोहरा खेमे ने पार्टी कोर कमेटी के समक्ष जोरशोर से अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी शुरू कर दी साथ ही आरोप लगाया कि अधिकृत प्रत्याशी के इन्कार करने पर भी पार्टी नेता एकतरफा निर्णय ले रहे हैं।

टीआरसी़ सहित अन्य जगहों पर हुई मीटिंग में यह भी कहा गया कि पार्टी के भीतर उनके विरोधी उन्हें आगे नहीं बढ़ने देना चाह रहे हैं। इस दौरान बीजेपी में स्पष्ट रूप से खेमेबंदी नजर आई। इसी बीच एक और घटनाक्रम सामने आया। जिला पंचायत की बाराकोट-अस्कोट सीट से बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीतीं विनाता पाल ने भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर दी। इसके चलते बीजेपी नेताओं का संकट और गहरा गया और सांगठिनिक बिखराव ज्यादा स्पष्ट नजर आया।

टिकट के लिए मची खींचतान और अंदरूनी घमासान के बीच नामांकन की पूर्व संध्या यानि शुक्रवार देर शाम घटनाक्रम बदल गया। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व दावेदारों की मीटिंग के बाद रात में जिला पंचायत अध्यक्ष का अधिकृत प्रत्याशी नेहा बोरा की जगह दीपिका बोहरा को कर दिया गया। शनिवार को नामांकन के तय समय तक दीपिका बोहरा के अलावा किसी दूसरे उम्मीदवार ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन नहीं किया। जिसके बाद दीपिका बोहरा निर्विरोध विजयी घोषित हुईं। जीत के बाद समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के बीच विजय जुलूस निकाला। इस दौरान समर्थकों ने दीपिका के पति व पूर्व कार्यकारी जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा तथा डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुुुफाल को कंधों पर चढ़ा लिया।
उधर चंपावत जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी अधिकृत ज्याति राय ने भी र्निविरोध जीत दर्ज की है। यहां जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर भी बीजेपी अधिकृत मोहन सिंह कुंवर र्निविरोध निर्वाचित घोषित हुए हैं।


उपाध्यक्ष पद के लिए तीन नामांकन
पिथौरागढ़। जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद के लिए शनिवार को तीन सदस्यों ने नामांकन दाखिल किया। जांच में सभी के नामांकन सही पाए गए। सोमवार को नाम वापसी की तिथि है जबकि 7 नवंबर को उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वालों में भट्यूड़ा सीट से जिला पंचायत सदस्य चुने गए कोमल सिंह, बीजेपी से बागी होकर सरमोली सीट से चुनाव जीते जगत सिंह तथा तीसरे प्रत्याशी चंदन सिंह शामिल हैं।