आचार संहिता हटते ही जिला विकास प्राधिकरण का विरोध करने एकजुट हुए लोग,दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

अल्मोड़ा : लोक सभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद एक बार फिर से जिला विकास प्राधिकरण का विरोध करने लोग एकजुट हो गए…

अल्मोड़ा : लोक सभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद एक बार फिर से जिला विकास प्राधिकरण का विरोध करने लोग एकजुट हो गए हैं, मंगलवार को सर्वदलीय संघर्ष समिति के तत्वावधान में गांधी पार्क में धरना दिया तथा नारेबाजी कर विरोध जताया। लोगों ने कहा जब तक जिला विकास प्राधिकरण को निरस्त नहीं कर दिया जाता है, आंदोलन जारी रहेगा।
विभिन्न दलों के कार्यकर्ता यहां स्थानीय गांधी पार्क में एकत्रित हुए। उन्होंने नारेबाजी के साथ धरना शुरू किया। कहा कि जनभावनाओं के विपरीत लागू किए गए जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त किए जाने की मांग पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से की जा रही है, सेकिन सरकार इस मांग की अनदेखी कर रही है|
वक्ताओं का कहना था कि लोक सभा चुनाव के चलते पिछले दो माह से आंदोलन को आचार संहिता हटने तक स्थगित कर दिया गया था, अब चूंकि आचार संहिता हट चुकी है, इसलिए अब आंदोलन को तेज करते हुए इसका विस्तार किया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन के इन एक वर्ष के दौरान समिति कई मर्तबा ज्ञापन व धरना तथा जुलूस के माध्यम से सरकार का ध्यानाकर्षण कर चुकी है, इसके बाद भी जनता के हितों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। समिति के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने पर्वतीय क्षेत्र में जिला विकास प्राधिकरण को अव्यवहारिक बताते हुए इसे जनहित में तत्काल वापस लिए जाने की मांग उठाई। वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस प्राधिकरण रूपी काले कानून को शीघ्र पहाड़ से जल्द समाप्त नहीं किया गया तो सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। धरना व सभा में आनंद सिंह बगड्वाल, रोहित कार्की, राजीव कर्नाटक, पूरन रौतेला, दीपांशु पांडे, अख्तर हुसैन, सचिन आर्या, लक्ष्मण ऐठानी, चंद्रमणी भट्ट, राजू गिरी, आनंदी वर्मा, पीजी गोस्वामी, लता तिवारी, राधा बिष्ट, केशव दत्त पांडे, हर्ष कनवाल, देवी दत्त पांडे, व्यापार मंडल जिला महामंत्री मनीष जोशी, आनंद सिंह ऐरी, भारत रत्‍‌न पांडे, रमेश कांडपाल, रितिक नयाल समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।