This farmer of Almora created new voice gun, monkey and pig running away from the voice
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अल्मोड़ा, 20 सितंबर 2020- पहाड़ में किसान जंगली जानवरों और बंदरों से परेशान है. किसानों की खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुचा रहे है। ऐसे में हार मानने और किस्मत को कोसने की बजाय कुछ लोग वास्तव में समस्या के समाधान का हिस्सा बनते हैं|
अल्मोड़ा के पपरशैली शैल निवासी एक युवक ने कबाड़ से जुगाड़ कर एक आवाज वाली बंदूक बनाई है. जो जंगली जानवरों और बंदरों को भगाने में काफी मददगार हो रही है।
कोरोना संक्रमण के समय हजारों की संख्या में युवा अपने गांवों को लौटे हैं, जिसमें से कुछ युवाओं ने सब्जी उत्पादन सहित खेती का काम शुरु किया है, लेकिन जंगली सुअर और बंदरों के आंतक से किसान परेशान है. पपरशैली के युवा ने अपने मेहनत और सोच से एक वाँयस गन बनाई है जिसकी आवाज से बंदर और जंगली सुअर भाग रहे हैं|
युवक ने इस वाँयस गन को मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह के सामने भी प्रदर्शित किया है. युवक रवीन्द्र तिवारी ने बताया कि लाँक डाउन के दौरान जब वह खेती की ओर बढ़े तो उन्हें इस समस्या से दो चार होना पड़ा उन्हें लगा कि जानवरों को नुकसान पहुंचाए बगैर यदि डराया जाय या भगाया जाय तो लोगों की काफी मदद हो सकती है| उन्होंने बताया कि एक गैराज वर्कशाँप से उन्हें इसकी प्रेरणा मिली और काभी मेहनत के बाद यह गन बनाने में वह कामयाब हुए हैं|
मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह ने भी माना की जंगली जानवरों से किसानों की खेती को काफी नुकसान होता है. इस गन के उपयोग से जंगली जानवर और बंदर भाग सकते है।उन्होंने बताया कि वह विभागीय स्तर से इसे वीपीकेएएस, कृषिविज्ञान केन्द्र या जीबी पंत संस्थान से पंजीकरण करवाने हेतु प्रयास करेंगी ताकि किसान की यह खोज पंजीकृत हो सके और विपणन के लिए खोजकर्ता को सहायता मिल सके|
काफी हल्की और कीमत में सस्ती है यह वाँयस गन(created new voice gun)
रवीन्द्र तिवारी द्वारा बनाई गई यह गन प्लास्टिक बाँडी की है और हैंडलिंग में काफी हल्की है यही नहीं यह काफी सस्ती भी है|
रवीन्द्र तिवारी ने इसे प्लास्टिक के पीवीसी पाइपों की मदद से बनाया है इसमें एक टुकड़ा कार्बाइड का डालने के बाद थोड़ा पानी डाला जाता है और बनाए गए होल में गैस लाइटर पुश करते ही काफी जोर का धमाका होता है. एक टुकड़े से तीन बार वाँयस फायर की जा सकती है|
रवीन्द्र तिवारी ने बताया कि इसकी लागत भी काफी कम है और हर किसान इसे खरीद सकता है यदि आप इस गन के संबंध में कोई जानकारी चाहते हैं तो निर्माणकर्ता रवीन्द्र तिवारी के मोबाइल नंबर 8475965969 और
9690083419 पर संपर्क कर सकते हैं|
अगर पहाड़ के गांवों में जंगली जानवरों और बंदरों के आंतक से निजात मिल जाती तो किसानों को उनके जैविक खेती के अच्छे दाम मिलेंगे, गांवों में लौटे युवा खेती व सब्जी उत्पादन की तरफ का रुख करेंगे। जिससे पहाड़ में रौनक तो लौटेगी और युवा घर में ही रोजगार पा सकेगा । यह गन सफल रही तो काफी कम किमत में किसानों को मिल सकती है |