कोरोना (corona)से जंग: संभावनायें एंव इलाज पर अपडेट

चीन के वुहान शहर में कोरोना (corona) वायरस के कारण फैली बीमारी कोविड 19 इस समय महामारी का रूप ले चुकी है। अभी तक इसके…

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चीन के वुहान शहर में कोरोना (corona) वायरस के कारण फैली बीमारी कोविड 19 इस समय महामारी का रूप ले चुकी है। अभी तक इसके इलाज के लिये कोई दवा नही खोजी जा सकी है।

कोविड-19 (covid-19)बीमारी जो चीन के वुहान शहर से नवंबर 2019 में शुरू हुआ अब वैश्विक महामारी का रूप ले चुका हैै। जहां एक तरफ देश और विदेशी एंजेसीज पर्सनल हैल्थ और हाइजीन पर फ्रंट लाइन पर ट्रीटमेंट कर मोर्चा ले रहे है। वही दूसरी तरफ इस वायरस की दवा और वैक्सीन पर भी शोध चल रहा है। किसी भी दवा को लोगों तक पहुंचाने के लिये कई चरणों से होकर गुजरना होता है जिसे हम प्री क्लिीनिकल ट्रायल तथा क्लीनिकल ट्रायल कहते है।

प्री क्लीनिकल ट्रायल में दवा की प्रारंभिक सेफ्टी,टाक्सिसिटी, क्षमता और अन्य पहलुओं पर शोध होता है। प्री क्लीनिकल ट्रायल में दवा पास होने के बाद इसे क्लीनिकल ट्रायल के लिये अर्थात ह्यूूमन ट्रायल के लिये भेजा जाता है यह चार चरणों में संपन्न होती है। इसमें सेफ्टी,टाक्सिसिटी,इफेक्ट,डोज आदि पर इंसानों पर रिसर्च होती है। जो दवा इन सभी चरणों में पास होती है वह बाजार में ट्रीटमेंट के लिये उपलब्ध होती है।

कोरोना (corona) वायरस से हो रही बीमीरी कोविड 19 के ट्रीटमेंट और टीके के लिये रिसर्च शुरू हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोविड—19 से निपटने के लिये 282 क्लीनिकल ट्रायल चल रहे है।

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Photo credit https://clinicaltrials.gov/

सबसे ज्यादा रिसर्च चीन,यूरोप और अमेरिका में हो रही है। यहां पर बता दे कि ट्रीटमेंट से मतलब है कि ऐसी दवा का निर्माण करना जो कोरोना इंफेक्शन होने के बाद दी जायेगी और कोरोना (corona) इंफैक्शन और उससे उत्पन्न सिंप्टम को खत्म करेगी। वही वैक्सीन का मतलब है कि ऐसी दवा जो कि हमे कोरोना (corona) इंफैक्शन होने से पहले दी जायेगी और हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ायेगी। और यह कोरोना (corona) इंफेक्शन होने पर उसे खत्म कर देगी या फिर उस इंफैक्शन को होने ही नही देगी।

ताजा जानकारी के अनुसार कोविड 19 की ट्रीटमेंट और वैक्सीन पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गये है। कुछ एंटीवायरल और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी को ट्रीटमेंट के लिये टेस्ट किया जा रहा है। वही आरएनए बेस्ड वैक्सीन और कोविड 19 वायरस पर आधारित वैकसीन का भी क्लीनिकल ट्रायल जोरो पर है। कुछ ट्रीटमेंट क्लीनिकल ट्रायल फेज 3 में प्रवेश कर चुके हैै। अगर सब कुछ सही रहा तो कोविड 19 का इजाज संभव हो सकेगा।

news soucre

https://clinicaltrials.gov/ct2/results?cond=covid19&term=&cntry=&state=&city=&dist=

https://milkeninstitute.org/sites/default/files/2020-03/Covid19-Tracker-3-36-20-FINAL.pdf