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अल्मोड़ा: 09 अप्रैल— कोरोना के संक्रमण(Corona infection) जहां पूरी मानवता के लिए चुनौती बन कर सामने आया है वहीं चिड़ियाघर, या अन्य पशु क्षेत्र जो मानवों द्वारा संचालित किए जाते हैं वहां भी विशेष सावधानी बरती जा रही है।
अल्मोड़ा मृग विहार में भी कोरोना संक्रमण से बचने और जानवरों को बचाने के लिए यहा के कर्मचारी कई सावधानी बरत रहे हैं।
मृग विहार प्रशासन यहां रह रहे जानवरों को किसी भी प्रकार की मृग विहार में 67 चितल, 27 सांभर 9 गुलदार,भालू बंदर सहित 100 से अधिक जानवर है। सभी के भोजन और चारे की व्यवस्था यहां तैनात कर्मचारी ही करते हैं। ऐसे में संक्रमण की किसी भी संभावना को खत्म करने की कोशिश में जुटा मृग विहार प्रशासन कई सतर्कता बरत रहा है। यहां अंदर जाने वालों को विशेष दवा घोल से गुजरना चाह रहा है।
अब अमेरिका में एक बाघ पर कोरोना संक्रमण की खबर के बाद विभाग अलर्ट मोड़ में आ गया है सभी सावधानियां बरती जा रही है। बाड़े के आसपास जाने वाले कर्मचारियों को पोटेशियम पर—मैंगनेट के घोल से गुजरना पड़ रहा है।
यह यहां की अनिवार्य शर्त है। मृह विहार में तैनात रेंजर राजेश जोशी ने कहा कि सभी कर्मचारियों को जागरुक करने के साथ ही मास्क,ग्लब्ज और सेनीटाईजर उपलब्ध करा दिया गया है। जानवरों के बाड़े में जाने से पूर्व सभी को पोटेशियम परमैंग्नेट के घोल में पांव डुबा कर आगे बढ़ना जरूरी है।