देहरादून, 09 अप्रैल 2021- मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (CM teerath singh rawat) ने विपक्ष के विधायकों से मिलने और फीड बैक लेने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
लोकतंत्र में यह माना जाता है कि सीएम केवल सत्ताधारी दल का नहीं बल्कि पूरे राज्य का होता है, इस बात को आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चरितार्थ कर दिया है।
सीएम तीरथ (CM teerath singh rawat) ने आज विपक्ष के विधायकों से मिलने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सबसे सुदूर सीमांत क्षेत्र धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी से उनके विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा की। यहां सीएम रावत ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि लोकतंत्र में विपक्ष को भी साथ लेकर चलना जरूरी होता है।
यह भी तय किया है कि मुख्यमंत्री आने वाले दिनों में विपक्ष के अन्य विधायको से उनके गृह क्षेत्रो के फीडबैक लेंगे। बताते चलें कि पूर्वर्ती त्रिवेंद्र सरकार में विपक्षी विधायकों द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री द्वारा विकास योजनाओं एवं मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता न देने के लगातार आरोप लगाए थे, अब तीरथ रावत सरकार ने विपक्ष के विधायकों के क्षेत्रों में लंबे समय से जनहित की समस्याओं हल करने की कवायद शुरू कर दी है।
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इससे पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने उत्तराखंड में सबसे पहले यह परंपरा शुरू की थी, एनडी तिवारी अपनी पार्टी के विधायकों के साथ ही विपक्ष के विधायकों के क्षेत्रों की विकास योजनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णायक से लिया करते थे।
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अब एक बार फिर से तीरथ रावत (CM teerath singh rawat) के इस सकारात्मक रवैए से सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के विधायकों की भी उम्मीदें बढ़ गई है।