uttarakhand Breaking : लैटर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने पीआरओ को हटाने के दिये निर्देश

हमारे देश में जितनी रौब नेताओं की नहीं होता उससे अधिक उनसे नीचे काम करने वाले अधिकारियों और छोटे-मोटे नेताओं की होता है। इस बात…

हमारे देश में जितनी रौब नेताओं की नहीं होता उससे अधिक उनसे नीचे काम करने वाले अधिकारियों और छोटे-मोटे नेताओं की होता है। इस बात का उदाहरण हमें उत्तराखंड से देखने को मिला। जब uttarakhand के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। नन्दन सिंह बिष्ट के इस पत्र के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का जमकर गुस्सा फूट रहा था। लोग मुख्यमंत्री धामी को भी टारगेट कर रहे थे, इसके साथ ही विपक्ष ने भी मुख्यमंत्री धामी को घेरा था। जिसके बाद बताया गया कि मुख्यमंत्री धामी इससे काफी नाराज हुए और आज नन्दन सिंह बिष्ट को मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी के पद से हटा दिया गया हैं।


यह थी खबर

बागेश्वर:: सीएम के जनसंपर्क अधिकारी के नाम से वाहन चालान निरस्त करने को भेजा गया पत्र, वायरल होने पर उठने लगे सवाल


क्या था पत्र में


दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी नन्दन सिंह बिष्ट के द्वारा एसएसपी बागेश्वर को एक पत्र लिखा गया था। इस पत्र में उनके द्वारा कहा गया था कि मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देशानुसार यह कहने को कहा है कि 29-11-2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस के द्वारा तीन वाहनों के चालान किए गए थे, उन्हें निरस्त कर दिया जा। यह लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके बाद उनकी जमकर किरकिरी हुई जिस वजह से अब मुख्यमंत्री धामी ने जांच के निर्देश भी दे दिए है।

यहां देखें पत्र

IMG 20211210 WA0004