दुबई में आयोजित होने वाले जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP 28) में भागीदारी करेंगे अल्मोड़ा के स्निग्धा और जन्मेजय

Snigdha and Janmejay of Almora will participate in the Climate Change Conference (COP 28) to be held in Dubai अल्मोड़ा, 02 दिसंबर 2023- संयुक्त राष्ट्र…

Snigdha and Janmejay of Almora will participate in the Climate Change Conference (COP 28) to be held in Dubai

अल्मोड़ा, 02 दिसंबर 2023- संयुक्त राष्ट्र की ओर से दुबई में आयोजित हो रहे जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP 28) में अल्मोड़ा से जन्मेजय तिवारी एवं नैनीताल उच्च न्यायालय की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी भी भागीदारी करेंगे।

सम्मेलन के दौरान दोनों युवा यूरोपीय पार्लियामेंट के सदस्यों एवं अनेक देशों के प्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर मध्य हिमालई क्षेत्र की समस्याओं की ओर वैश्विक नेताओं का ध्यान खींचने का प्रयास करेंगे।
स्निग्धा व जन्मेजय उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी व स्व. श्रीमती मंजू तिवारी की पुत्री व पुत्र हैं और ग्लास्गो (स्कॉटलैंड), शर्म अल शेख (मिश्र) में आयोजित 26 में 27 में कॉप सम्मेलन में भी भागीदारी कर चुके हैं।

दुबई रवाना होने से पूर्व उत्तराखंड उच्च न्यायालय की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी ने बताया कि वह 11 दिसंबर को नॉर्वे पवेलियन में “यूथ रिफ्लेक्शन ऑन कॉप 28″((COP 28)) में मुख्य वक्ता के रूप में अपनी बात रखेंगी। उन्होंने बताया कि जन्मेजय 11 दिसंबर को “क्रूशियल रोल ऑफ यूथ इन अचीविंग जस्ट ट्रांजिशन”में चार मुख्य वक्ताओं में शामिल होंगे। सम्मेलन के दौरान इन दोनों युवाओं का यूरोपीय पार्लियामेंट के सदस्यों, विभिन्न देशों के पर्यावरण मंत्रियों एवं सक्रिय समूहों के साथ विचार विमर्श के कार्यक्रम तैयार किए गए हैं।

जलवायू परिवर्तन सम्मेलन में पिछले 3 वर्षों से लगातार भाग ले रहे इन दोनों प्रतिनिधियों ने बताया कि सम्मेलन में भागीदारी करने वाले विभिन्न देशों की युवा इस दौरान जलवायु परिवर्तन की विभीषिका के प्रति सरकारों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिसमें धरना प्रदर्शन भी शामिल होते हैं।

जन्मेजय व स्निग्धा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का सवाल आज धरती और उसके समाजों को बचाने का मुख्य सवाल है इसके प्रति दुनिया भर के युवाओं की सक्रियता जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन सम्मेलनों से दुनिया के सक्रिय युवाओं के बीच सामंजस्य स्थापित होते हैं। जो बड़े परिवर्तन और सरकारों को जिम्मेदार बनाने के लिए आवश्यक हैं।