उत्तराखंड की मंगलोर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान किया गया। इस दौरान मतदान केंद्र में झड़प की वारदातें भी हुई जिसमें चार लोग घायल हुए। लिब्बरहेड़ी में मतदान के दौरान हुए बवाल को लेकर देर शाम तक हंगामा जारी रहा।
गांव के बाहर धरने पर बैठे पूर्व सीएम हरीत रावत को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पुलिस ने नहर पुल के पास रोक लिया। इस बात को लेकर देर तक नोकझोंक होती रही। इसके बाद हरीश रावत वहीं पर बैठकर मंत्र जाप करने लगे पुलिस को सरकारी गाड़ी में बिठाकर उनको मंगलौर कोतवाली ले जाना पड़ा। इसके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत और उनके समर्थकों को हवालात में बंद किया गया।
आपको बता दे की बद्रीनाथ में भाजपा के राजेंद्र भंडारी और कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला के बीच सीधा मुकाबला है। हिंसा की वजह से मैंगलोर में मतदान प्रभावित हुआ रुड़की सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी का कहना है कि मंगलोर के लिब्बरहेड़ी में बूथ संख्या 53-54 पर दो पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि झड़प में घायल चार लोगों को अस्पताल भेज दिया गया।
लिब्बरहेड़ी गांव जाने की जिद पर अड़े पूर्व सीएम हरीश रावत को पुलिस ने हिरासत में लिया। दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, करन माहरा और सुमित हृदयेश समेत पांचों विधायकों ने मंगलौर कोतवाली घेरी और पुलिस पर मतदान में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया।
आपको बता दें कि मंगलौर से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का पिछले साल अक्टूबर में निधन होने के कारण इस सीट पर चुनाव रद्द हो गया था। जिसके बाद बुधवार 10 जुलाई को यहां उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।