Uttarakhand Breaking – वाहनों का सस्ता बीमा कराने के नाम पर हो रही थी ठगी, पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश

उत्तराखण्ड में स्पेशल टास्क फोर्स ने राष्ट्रीय स्तर पर वाहनो का बीमा कराने वाली कम्पनियों के पोर्टल की तकनिकी खामियों का फायदा उठाकर करोड़ो रूपये…

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उत्तराखण्ड में स्पेशल टास्क फोर्स ने राष्ट्रीय स्तर पर वाहनो का बीमा कराने वाली कम्पनियों के पोर्टल की तकनिकी खामियों का फायदा उठाकर करोड़ो रूपये का चूना लगाने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं।

स्पेशल टास्क फोर्स को पिछले कुछ समय से देहरादून में चार पहिया व कमर्शियल वाहन के बीमा वास्तविक कीमत से बहुत ही कम रेट पर होने की शिकायत मिली थी। यह भी पता चला था कि आनलाईन आरटीओ की वेबसाईट या पोर्टल पर चैक करने पर वह बीमा सही दिखाता था।

एसटीएफ ने जब इस मामले में छानबीन की तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आयी। इस मामले में एसटीएफ ने देहरादून में आरटीओ कार्यालय के बाहर से प्रदीप गुप्ता पुत्र स्व0 सन्तराम निवासी 4/9 इन्दिरा कालोनी, देहरादून,मंसूर हसन पुत्र मंजूर अहमद निवासी ब्रहमपुरी निरंजनपुर, थाना पटेल नगर देहरादून ,महमूद पुत्र नि0 मुस्ताक विहार, निवासी रक्षा विहार, निकट आंचल डेरी, रायपुर रोड ,देहरादून को गिरफ्तार किया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से नीरज कुमार गुप्ता पुत्र जनेश्वर गुप्ता निवासी अनादित्य विहार कालोनी, जनता रोड,सहारनपुर को गिरफ्तार किया।


पुलिस को पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2018 और खासकर कोविडकाल के दौरान सभी कम्पनियों ने आनलाईन इन्श्योरेंस (insurance) की सुविधा देनी शुरू की। और लोगों ने पेटीएम, फोनपे एवं पॉलिसी बाजार में आनलाइन बीमा कराने के विज्ञापन भी दिखाई देने लगे। इसमें आनॅलाईन माध्यम जैसे पेटीएम, फोनपे एवं पॉलिसी बाजार के माध्यम से HDFC ERGO GENRAL INSURANCE COMPANY LIMITED , RELIANCE GENRAL INSURANCE , BAJAJ ALLIANZ GENRAL INSURANCE COMPANY LTD आदि कंपनियो के माध्यम से वाहनो का बीमा कराया जाता है। 


ठगी करने वालों ने इसी तरह की बीमा एजेन्सियों का एजेन्ट बनकर अपने एजेंट कोड से बीमा कराया। बीमा करते समय इन लोगों ने यह चालाकी से बीमा करते समय तो चार पहिया वाहन का नंबर दिया लेकिन जब पेमेंट की बारी आई तो पेंमेंट की कैल्कुलेशन में दो पहिया वाहन की डिटेल भर दी। इससे बीमा कराने वाली कम्पनी के डाटाबेस में तो चार पहिया वाहन की डिटेल आयी लेकिन बीमा की राशि दो पहिया वाहन की ही जमा हुई।


एसटीएफ टीम के अनुसार चार पहिया वाहन का बीमा जहां 20,000 का होता है वही यह धनराशि दो पहिया वाहनों के लिये केवल 500 रूपये हैं। इसके अलावा आरटीओ की वेबसाइट पर केवल बीमा की ही डिटेल होने के कारण इन लोगों को फर्जीवाड़ा करने में आसानी हुई।


यह ठग इसके बाद फोटोशॉप कर वाहन की बीमा धनराशि को अपने मनमुताबिक दरों के हिसाब से ग्राहक से वसूलते थे। आरटीओ कार्यालय में भी वाहन का रजिस्ट्रेशन नम्बर और केवल बीमे की वैधता तिथि प्रदर्शित होने के कारण यह ठग आसानी से अपना कारोबार करते रहे।


बताते चले कि देशभर के आरटीओ कार्यालयों में फिटनेस,वाहन ट्रान्सफर, एनओसी,आईएनडी प्लेट, रजिस्ट्रेशन आदि में बीमा होना जरूरी हैं। औश्र यह जानकारी आरटीओ कार्यालय Ministry of Road Transport & Highways, Government of India के पोर्टल पर चैक करते हैं। और पोर्टल में चैक करने पर वाहन का केवल रजिस्ट्रेशन नम्बर व बीमे की वैलिडिटी और बीमे की ​वैधता तिथि को ही दिखाता है और इस तकनीकी कमी का फायदा उठाकर देशभर में उक्त प्रकार की ठगी की जा रही थी। इस तरह की ठगी का यह पहला मामला पुलिस की पकड़ में आया हैं।

एसटीएफ की जानकारी में यह बात भी सामने आई कि देश भर में इसी प्रकार से समस्त राज्यो में कुछ एजेन्ट इसी तरह से बीमा कर रहे है। इससे पता ना होने पर वाहन स्वामी पैसे बचाने के लालच में इस तरह का बीमा देश भर में लगभग 24 कम्पनियां इस समय बीमे की सुविधा अलग-अलग आनॅलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से दे रहे है। लेकिन ठगो ने इसमें झोल का फायदा उठाकर करोड़ो रूपये की राजस्व चोरी कर दी। पुलिस इस मामले में अन्य विभागो से समन्वय कर अग्रिम कार्रवाही कर रही हैं।  


एक महीने से लगी थी एसटीएफ टीम, अब जाकर हुआ खुलासा
विगत एक माह से एसटीएफ की टीम गोपनीय रूप से छानबीन तथा तकनीकी पहलुओं कर परीक्षण कर रही थी। और देर रात चार दलालो को पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


इस मामले में एसटीएफ के निरीक्षक अबुल कलाम ने थाना डालनवाला में धारा 420, 465, 467, 468, 471  व 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।
एसटीएफ टीम ने इन ठगो के पास से 1 लैपटॉप,1 मोबाइल और फर्जी बीमे से संबधित दस्तावेज बरामद किये। एसटीएफ टीम में एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम,उप निरीक्षक यादवेंद्र बाजवा,उप निरीक्षक उमेश कुमार
लोकेन्द्र कुमार, कांस्टेबल विजेंदर चौहान,महेंद्र नेगी,अनूप भाटी,मोहन असवाल और संदेश यादव शामिल रहे।