इस दौरान सुग्रीव से राम की मित्रता होना तथा उसके बाद बाली व सुग्रीव का युद्ध हुआ और अंत में भगवान राम द्वारा बाली का वध किया गया।
रामलीला को देखने के लिए ठंड होने के बाद भी लोगों की काफी भीड़ उमड़ रही है।लीला को देखने जिसमें पनियां, कानीकोट,डुंगराकोट, पटनगांव, अमौली,कजीना,पुनौली के लोग शाम होते ही मंचन स्थल पर पहुंच रहे हैं।
सीता की खोज में दर-दर भटके राम-लखन
सीता की खोज में दर-दर भटके राम-लखन