उत्तरान्यूज डेस्क: 07मई 2020– आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एक प्लांट से कैमिकल (chamical plant)गैस के लीक होने की सूचना है|
इस दर्दनाक घटना में गुरुवार को ही कम से कम 11 लोगों की मौत होने की जानकारी आ रही है| इस कांड ने एक बार फिर भोपाल गैस त्रासदी की याद दिला दी है|
मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की सहायति राशि देने का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं , उन्होंने इस संबंध में सीएम रेड्डी से वार्ता भी की है|
इस गैस कांड के चलते जिन लोगों का वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा है उन सभी लोगों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, अन्य लोगों को जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन वे वेंटिलेटर पर नहीं हैं उन सभी को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस घटना के बाद करीब हजार से ज्यादा लोगों ने खुद को अस्वस्थ बताया है। विशाखापट्टन में गैस लीक होने के चलते 300 लोगों को कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पता लगा है कि इस घटना के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्ती दिखाते हुए केन्द्र और राज्य सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
गैस कांड़ के पीड़ितों का हाल जानने के लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी किंग जॉर्ज अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि यह प्लांट गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।
इस मामले पर पीएम मोदी भी निगरानी रख रहे हैं। पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री को इस हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
यह रसायनिक गैस काफी तीखी और गमघोंटू हेती है जो पानी तरह दिखने वाले रंगहीन कैमिकल से निकलती है, प्लांट का तकनीकी प्रबंधन इस समस्या के निराकरण पर जुटे हैं|