केंद्रीय कर्मचारियों को होली में मिल सकती है खुशखबरी, सरकार दे सकती है ये बड़ा तोहफा, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए होली का त्योहार जबरदस्त रहने वाला है। मार्च में मौजूदा सैलरी के साथ 3 फीसदी Dearness allowance का फायदा भी मिलेगा।…

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केंद्रीय कर्मचारियों के लिए होली का त्योहार जबरदस्त रहने वाला है। मार्च में मौजूदा सैलरी के साथ 3 फीसदी Dearness allowance का फायदा भी मिलेगा। मतलब मार्च की सैलरी से उन्हें 34 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता (Dearness allowance – DA) का भुगतान होगा। लेकिन, इसमें खास बात ये है कि इसे 1 जनवरी 2022 से ही लागू किया गया है। मतलब केंद्रीय कर्मचारियों को जनवरी 2022 से ही 34 फीसदी की दर से पैसा मिलेगा। मार्च की सैलरी में उन्हें पूरा भुगतान कर दिया जाएगा। केंद्रीय कर्मचारियों को जनवरी, फरवरी (2 महीने) का एरियर भी मिलेगा।

केंद्र सरकार के कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता, महंगाई राहत (DR) बकाया और हाउसिंग रेंटल अलाउंस (HRA) में बढ़ोतरी का इंतजार है। डीए सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिया जाने वाला कॉस्ट ऑफ लिविंग अलाउंस जनवरी और जुलाई में साल में दो बार बढ़ाया जाता है।

34 फीसदी हो जाएगा डीए

जानकारी के मुताबिक, सरकार महंगाई भत्ते में 3 फीसदी तक इजाफा कर सकती है। अभी केंद्रीय कर्मचारियों को 31 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। होली से पहले महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद कुल महंगाई भत्ता बढ़कर 34 फीसदी हो जाएगा। डीए में बढ़ोतरी पर सरकार की घोषणा 7वें वेतन आयोग की सिफारिश पर आधारित होगी। केंद्र सरकार अगर कर्मचारियों के डीए में 3 फीसदी की बढ़ोतरी करता है तो उनके वेतन में काफी इजाफा होगा।

2021 में दो बार हो चुकी है बढ़ोतरी

पिछले साल जुलाई और अक्टूबर में केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में दो बार इजाफा किया था। 47.14 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को 31 फीसदी डीए का भुगतान किया गया। जुलाई 2021 में, सरकार ने भी महंगाई राहत को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया था। इस बढ़ोतरी ने जनवरी और जुलाई 2020 और जनवरी 2021 में बिना किसी बकाया के फ्रीज की भरपाई की।

ऐसे तय होता है महंगाई भत्ता

महंगाई भत्ता कर्मचारियों के वेतन के आधार पर दिया जाता है। शहरी, अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में नौकरी करने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता अलग-अलग होता है। डियरनेस अलाउंस की गणना मूल सैलरी पर होती है। महंगाई भत्ते की गणना के लिए एक फॉर्मूला तय किया गया है, जोकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से तय होता है।