CBSE Board Exams: सीबीएसई अब यूं बनाएगा ब्लूप्रिंट, जानिए कैसे साल में दो बार होंगे बोर्ड एग्जाम, नहीं होगा सेमेस्टर सिस्टम

CBSE Board Exams: सीबीएसई ने वर्तमान में इस बात पर काम करना शुरू कर दिया है कि अंडरग्रैजुएट ऐडमिशन शेड्यूल को बिना प्रभावित किये बोर्ड…

Screenshot 20240427 130349 Chrome

CBSE Board Exams: सीबीएसई ने वर्तमान में इस बात पर काम करना शुरू कर दिया है कि अंडरग्रैजुएट ऐडमिशन शेड्यूल को बिना प्रभावित किये बोर्ड परीक्षाओं के एक और सेट को कैसे इसमें मिलाया जाए और एकेडमिक कैलेंडर को कैसे बदला जाए।

CBSE Board Exams Twice a Year: शिक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से 2025- 26 शैक्षणिक सत्र से साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए लॉजिस्टिक्स तैयार करने को कहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेमेस्टर सिस्टम शुरू करने की योजना को खारिज कर दिया गया है।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मंत्रालय और सीबीएसई साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए अगले महीने स्कूल प्राचार्य के साथ बातचीत करेंगे।

सीबीएसई एकेडमिक कैलेंडर को बदलने पर कर रहा काम

सीबीएसई वर्तमान में इस बात पर काम कर रहा है कि अंडरग्रैजुएट ऐडमिशन शेड्यूल को प्रभावित किए बिना बोर्ड परीक्षाओं के एक और सेट को समायोजित करने के लिए एकेडमिक कैलेंडर को कैसे बदला जाएगा।

अगले महीने स्कूल के प्रिंसिपलों के साथ होगी मीटिंग

बताया जा रहा है कि मंत्रालय ने सीबीएसई से इस बात पर काम करने के लिए कहा था कि साल में दो बार बोर्ड परीक्षा कैसे आयोजित की जा सकेगी। बोर्ड तौर तरीकों पर काम कर रहा है और अगले महीने स्कूल के प्रिंसिपलों के साथ इस बारे में बातचीत भी की जाएगी।

दो एडिसन में आयोजित होंगी परीक्षाएं

बताया जा रहा है कि 2025 26 शैक्षणिक सत्र में वर्ष के अंत में बोर्ड परीक्षाओं के दो संस्करण आयोजित किये जाएंगे लेकिन तौर तरीकों पर अभी भी काम करने की जरूरत है। हालांकि सेमेस्टर सिस्टम को लागू करने के लिए अभी कोई योजना नहीं है।

छात्रों के पास अच्छा प्रदर्शन करने का अवसर

पिछले साल शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नए पाठ्यक्रम ढांचे ( New Curriculum Framework) के अनुसार, बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों के पास अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर हो और उन्हें सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाए रखने का विकल्प मिले।