When no one listened, he took up build the road himself, these villagers of Bhuluda in Almora have become Dashrath Manjhi of the mountain.
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अल्मोड़ा, 04 अगस्त 2020— अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर दूर भुल्यूड़ा गांव के लिए सड़क नही है. (build the road themself).
सड़क निर्माण की घोषणा कई बार हो चुकी है लेकिन आश्वासन धरातल तक नहीं पहुंचे, निराशा में घर बैठने या किस्मत को कोसने की बजाय गांव के युवाओं ने खुद ही कुदाल फावड़े थाम लिए और शुरू कर दिया गांव को मार्ग बनाने का काम(build the road himself).
ग्रामीणों का कहना है कि जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर बसा यह गांव सब्जी उत्पादन के लिए काफी प्रसिद्ध है. लेकिन बिडम्बना यह है कि जरूरत होने के बावजूद इस गांव के लिए एक संपर्क मार्ग नहीं बन पाया, संकरे और उबड़ खाबड़ मार्ग से होते हुए ग्रामीण सब्जीयां सर पर रख कर लाते हैं. वहीं कई बार शासन प्रसाशन से सड़क की मांग करने के बाद भी जब कुछ सकारात्मक नहीं हुआ तो युवाओं ने खुद ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया.अब उन्हें उम्मीद है कि उनका जज्बा जरूर गांव तक सड़क पहुंचाने के सपने को पूरा करेगा(build the road himself).
गांव के बीडीसी सदस्य चन्दन सिंह बिष्ट का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी जब पहली बार अल्मोड़ा आए थे तब उन्होंने गांव में सड़क पहुंचाने का वादा किया था.
लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में घर आए युवाओं ने खुद ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है. उन्हें देख जनप्रतिनिधियों और गांव के बड़े बुजुर्गों का सहयोग भी उन्हें मिल रहा है.
युवाओं का कहना है कि प्रवासी युवा गांव की परेशानियों को समझकर यह काम कर रहे है.
जनप्रतिनिधियों के कई बार आश्वासन के बाद सड़क नही बनने से ग्रामीण परेशान है. ग्राम प्रधान वैशाली ने कहा कि युवाओं का यह जुनून जरूर प्रेरणा देने वाला है उन्हें उम्मीद है कि सरकार अब गांव के युवाओं की समस्या को देख जरूर आगे आएगी.
गांव के लोगों का कहना था कि वह उसी जगह पर यह मार्ग बना रहे हैं जो सड़क के लिए स्वीकृत है. उनकी यही ईच्छा है कि कम से कम ऐसा मार्ग बन जाए जिससे गांव के बीमार और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया जा सके और ग्रामीण और उनके जानवर आसानी से आना जाना कर सकें.build the road himself