पूरे देश में कोयला का स्टॉक कम होने के साथ ही बिजली संकट गहरा गया है और इसका असर उत्तराखण्ड में भी देखने को मिल सकता हैं। और बिजली के दाम बढ़ गये है।
नेशनल एक्सचेंज ने बिजली के दाम बढ़ा दिये है और उत्तराखण्ड में बिजली की खरीद को रोका गया है। नेशनल एक्सचेंज में बिजली के दाम 5 रु से 15 रु प्रति यूनिट पहुंच गये हैं।
उत्तराखण्ड में रोजाना 41 मिलियन यूनिट बिजली की डिमांड हैं। और प्रदेश को रोजाना 4 मिलियन यूनिट रोजाना खरीदनी पड़ती हैं। केंद्र ने भी उत्तराखंड का बिजली कोटा कम कर दिया है। इससे उत्तराखण्ड में बिजली संकट के और ज्यादा गहराने के आसार हैं।