रामनगर। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज (Nijamuddin Markaz) में रामनगर से भी 8 लोगों के शामिल होने का पता चला है। यह सूचना मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। इस मरकज में शामिल हुए रामनगर के 8 लोगों का मेडिकल परीक्षण करने के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस इंस्पेक्टर रवि सैनी ने यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज (Nijamuddin Markaz) में शामिल हुए 441 लोगों में कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी कोविड 19 के लक्षण पाये गये है। उत्तराखण्ड के कई इलाकों से भी लोग इस मरकज (Markaz) में शरीक होने गये थे। अल्मोड़ा जनपद में 4 लोगों के इस मरकज में शामिल होने का पता चलने के बाद प्रशासन ने इनके टेस्ट कराये तो रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। लेकिन एतिहातन इन्हे क्वारंटाइन में रखा गया है। अब रामनगर में भी 8 लोगों के इस मरकज में शामिल होनेे की बात सामने आने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन (Nijamuddin Markaz) में मरकज का आयोजन किया गया था और एक अनुमान के अनुसार इसमें 5 हजार लोग इकठ्ठा हुए थे। मरकज में शाामिल 1500 से ज्यादा लोगों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया और इनमें से 441 में कोरोना के लक्षण मिले है। इस मामले में मस्जिद प्रशासन कहा कहना है कि लोग लॉकडाउन के कारण वहां फंस गये थे।
गृह मंत्रालय के अनुसार जनता कर्फ्यू लगाये जाने से पहले 21 मार्च को 1746 लोग वहां मौजूद थे। जिसमें थाईलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गीस्तान से आए 216 विदेशी भी शाामिल थे। भारत के विभिन्न इलाकों से 1530 लोग वहा मौजूद थे। एक बुजुर्ग का स्वास्थ्य खराब होने के बाद यह बात सामने आई। 64 वर्षीय इस बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के बाद यह पता चला। तमिलनाडु के इस 64 वर्षीय बुजुर्ग की बाद में अस्पताल में ही मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और मरकज (Markaz) की जांच की गई तो काफी संख्या में सदिंग्ध मरीज मिले जिनको अस्पताल ले जाया गया।
मरकज (Nijamuddin Markaz) में शामिल हुए तेलंगाना के 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि कश्मीर के सोपोर के रहने वाले एक 65 साल बुजुर्ग की भी ह्रदयाघात के चलते मौत हो गई। पुलिस की पेशानी मे बल डालने वाली एक बात यह भी है कि इस मरकज (Markaz) से करीब 800 लोग बाहर जा चुके है। जानकारी के अनुसार उत्तराखण्ड के 26, आंध्र प्रदेश के 15 पुडुचेरी के 6 यूपी के 157, असम के 299, जम्मू-कश्मीर के 100 लोगों की पहचान हो गई है। जबकि बाकियों के बारे में भी जानकारी ली जा रही है।