छात्र संघ चुनावों को लेकर गढ़वाल विश्वविद्यालय में उबाल : कालेज प्रशासन ने 40—50 छात्रों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

छात्र संघ चुनावों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कुलसचिव के आवास में नारेबाजी करने के मामले में बिड़ला परिसर छात्रसंघ के…

छात्र संघ चुनावों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कुलसचिव के आवास में नारेबाजी करने के मामले में बिड़ला परिसर छात्रसंघ के कार्यकारी अध्यक्ष सहित चार छात्र नेताओं के अलावा 40 से 50 अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से छात्र भड़के हुए है।
बता दे कि नैनीताल हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर होने के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र संघ चुनावों की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया था। इसके बाद छात्र आक्रोशित हो उठे। छात्र नेताओं ने इसे तुगलकी फरमान बताते हुए इसकी मुखालफत की थीै 29 अगस्त को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र संघ चुनावों की प्रक्रिया को स्थगित करने के फैसले के बाद छात्र सकते में थे। ​छात्रों को कहना था कि वह इस फैसले के बाद 30 अगस्त को कुलपति और कुलसचिव से मिलने के लिये गये। लेकिन उनकी मुलाकात नही हो सकीै। इसके बाद छात्र बिड़ला परिसर स्थित कुलसचिव आवास में गये। और वहा उनके ना मिलने पर छात्रों ने सड़क पर धरना दिया। गया है। कुलसचिव डा. एके झा ने छात्र-छात्राओं पर घर के आंगन में घुसकर नारेबाजी करने और अभद्रता करने का आरोप लगाया है। वहीं, छात्र नेताओं ने इस पर आक्रोश जताते हुए कहा कि विवि के अधिकारी छात्रों के आंदोलन को कुचलने के लिए मुकदमे को हथियार बना रहे हैं।
एक पीआईएल के संबंध में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद गढ़वाल विवि प्रशासन ने 29 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी थी। छात्रों का कहना था कि कोर्ट ने कहीं भी चुनाव प्रक्रिया रोकने का जिक्र नहीं किया था। विवि ने जबरन प्रक्रिया रोकने का आदेश जारी कर दिया। जब 30 अगस्त को वह विवि के कुलपति और कुलसचिव से मिलने कार्यालय में गए, तो वह नहीं मिले। जिस पर छात्र अपनी बात रखने बिड़ला परिसर स्थित कुलसचिव आवास गए, लेकिन वहां उनकी पत्नी के मौजूद होने पर वह बाहर आकर सड़क पर धरने पर बैठ गए। आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अतुल सती ने कहा आरोप लगाते हुए कहा कि कुलपति और कुलसचिव हमेशा आदेश जारी करने के बाद गायब हो गये और छात्र उनका इंतजार करते रहे। और जब 30 अगस्त को दो घंटे इंतजार के बाद उनकी कुलपति और कुलसचिव किसी से भी मुलाकात नही हो सकी तो छात्र कुलसचिव के आवास में पंहुच गयेऔर वहा भी उनकी मुलाकात नही हो सकी। उन्होने कहा कि छात्रों ने कुलपति आवास के बाहर धरना दिया था। उन्होने कुलसचिव की पत्नी के साथ अभद्रता के आरोप को झूठा बताते हुए कहा कि किसी की भी उनसे कोई बातचीत नही हुई।

छात्रों के आवास पहुंचने से नाराज कुलसचिव डा. झा ने पुलिस में एक तहरीर दी थी। तहरीर में आरोप लगाया था कि छात्रों के हुजूम ने पहले तो सुरक्षा गार्ड को धक्का दिया आर उनके आवास के आंगन में जाकर नारेबाजी की और घर में घुसने का प्रयास किया। आरोप है कि छात्र-छात्राओं ने उनकी पत्नी के साथ अभद्रता भी की। कोतवाल एनएस बिष्ट ने बताया कि कुलसचिव की तहरीर के बाद छात्रसंघ के कार्यकारी अध्यक्ष अंकित उछोली, अतुल सती, अमित प्रदाली और नरेश नेगी सहित 40 से 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद विवि प्रशासन और छात्र आमने सामने की स्थिति में है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार विवि प्रशासन छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की तैयारी में है। छात्रों ने विवि प्रशासन पर ​मनमानी का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।