अल्मोड़ा। एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना आईएलएसपी के तहत तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति ग्रास द्वारा विकासखण्ड सभागार में ब्लाॅक स्तरीय समन्वयन एवं अनुश्रवण समिति बीएलसीएमसी की बैठक संपन्न हो गई है। ब्लॉक प्रमुख श्रीमती बबीता भाकुनी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में परियोजना के तहत किये गये कार्यो के बारे में बताया गया।
तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति ग्रास के समन्वयक पंकज ओझा ने विकासखण्ड हवालबाग में उज्जवल, प्रगति, एकता, शीतला, संगम तथा विकास सहकारिता द्वारा सहकारिता कार्यक्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के बारे में बताया। वही सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलाॅजी के प्रतिनिधियों ने परियोजना के तहत चलाये जा रहे व्यवसायिक प्रशिक्षण की जानकारी देने के साथ ही प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान करने का प्रयास भी किया।
तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह चौहान ने अपने संबोधन में किये गये कार्यो के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने परियोजना की सफलता में महिलाओं की भूमिका को सराहाते हुए कहा कि महिलाओं की मेहनत और लगन से सहकारिताएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। कहा कि सहकारिताओं को प्रतिमाह परियोजना से प्राप्त होने वाली सहयोग राषि के अनुपात में अपना व्यवसाय कर लाभ अर्जित करना होगा, तभी उनमें निरन्तरता एवं सशक्तता आएगी।
खंड विकास अधिकारी हवालबाग पंकज काण्डपाल ने कहा कि परियोजना के माध्यम से सहाकारिताओं ने समूदाय को लाभ दिलाने हेतु सार्थक प्रयास किये है जिसके परिणामस्वरूप आज सहकारिताओं के अच्छे कार्यो की चर्चा हो रही है। है। उन्होंने बताया कि सहकारिता द्वारा किए जा रहे कार्यों के फलस्वरुप स्वच्छ भारत मिशन के तहत उज्जवल सहकारिता का चयन शैचालय निर्माण हेतु सोशल वेंडर के रूप में किया गया है तथा सहकारिता को भविष्य में ग्राम पंचायतों के कार्य करने हेतु कार्यदायी संस्था के रूप में भी लिया जाएगा। उन्होंने बताया के विकास एवं प्रगति सहकारिता द्वारा संचालित फल प्रसंस्क्रण इकाई व बेकरी इकाई हेतु शौचालय व अन्य निर्माण के लिए 1 लाख 80 हजार रूपये स्वीकृत हो चुके हैं। और यह राशि जल्द ही ग्राम सभा हवालबाग को दी जायेगी। कहा कि यहां मनरेगा के माध्यम से कार्य करवाया जाएगा। उन्होने सुझाया कि सहकारितायें मेडिकल काॅलेज तथा विकास खण्ड सभागार में कैंटीन संचालित कर अपना व्यवसाय बढ़ा सकती है। और विकास खण्ड सभागार में सुक्ष्म जलपान केंद्र के माध्यम से अपना व्यवसाय कर सकती है। उन्होने एसईसीसी के तहत कुल 843 (255 नए) वंचित सदस्यों को परियोजना में जोड़े जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राम सभा के माध्यम से वंचित सदस्यों को मुर्गीबाड़ा, बकरीबाड़ा, सिंचाई टैंक आदि का लाभ मनरेगा के तहत दिलाया जाएगा।
क्षेत्र प्रमुख हवालबाग श्रीमती बबीता भाकुनी ने संस्था द्वारा समूहों में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज परियोजना क्षेत्र की महिलाओं में अपेक्षाकृत अधिक आत्मविश्वास झलक रहा है, और उनकी आमदनी भी बढ़ रही है। कहा कि यह महिला सषक्तिकरण का अच्छा उदाहरण है। उज्जवल सहकारिता सचिव दिनेश जोशी ने संग्रहण केन्द्र की चारदीवारी को मनरेगा के माध्यम से बनाए जाने की पूर्व योजना की प्रगति के बारे में जानकारी मांगे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि ग्राम मटेला 1 में बने सहकारिता संग्रहण केन्द्र की चारदीवारी हेतु मनरेगा में रु0 2 लाख स्वीकृत किए जा चुके हैं, जो कि जल्दी ही ग्राम सभा के माध्यम से कार्य करवाया जाएगा।
तकनीकी संस्था समन्वयक पंकज ओझा के संचालन में संपन्न बैठक में कृषि व्यवसाय अधिकारी, कृषि उद्यान अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता, आजीविका समन्वयक, सहकारिताओं के समन्वयक, आजीविका सुगमकर्ता व सहकारिता संचालक मंडल के अध्यक्ष सहित प्रतिभागी उपस्थित थे।
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