तो भाजपा की ‘खिचड़ी’ पर भारी पड़ी कांग्रेस की प्लानिंग, कांग्रेस दिग्गजों की रणनीति समझने में नाकामयाब रहे भाजपाई

तो भाजपा की ‘खिचड़ी’ पर भारी पड़ी कांग्रेस की प्लानिंग, कांग्रेस दिग्गजों की रणनीति समझने में नाकामयाब रहे भाजपाई

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उत्तरा न्यूज अल्मोड़ा:- अल्मोड़ा जिलापंचायत की चौसर में कांग्रेसी खेमा बीस साबित हुआ,सदन में चुनावी संख्याबल जुटाने के लिए बीजेपी ने जो खिचड़ी बनाने की कोशिश की वह तैयार ही नहीं हुई उल्टा कांग्रेस बहुत के आंकड़े को छूकर विजय हासिल करने में कामयाब रही|

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चुनाव में पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता मदन सिंह बिष्ट की पत्नी उमा सिंह चुनाव जीतने में कामयाब रही, भाजपा प्रत्याशी महेश नयाल एक वोट से पराजित हो गए| कांग्रेस की इस जीत में मदन सिंह बिष्ट व कार्यकर्ताओं की मेहनत के साथ ही दिग्गज कांग्रेसी गोविंद सिंह कुंजवाल, पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी की सटीक रणनीति व युवा कार्यकर्ताओं की एकजुटता का माहौल तैयार करने कोशिश रंग लाई, भाजपा इस चक्रव्यूह को भेदना तो दूर समझ भी नहीं पाई|

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चुनाव को रोमांचक मोड़ में पहुंचाने के लिए भाजपा ने बुधवार से अपने पत्ते फैंकने शुरु कर दिए थे| जब मंत्री धनसिंह रावत व रेखा आर्या की मौजूदगी में सर्किट हाउस में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ बैठक हुई, बैठक में एक नया ताना बाना बुना गया और समीकरण का नया गणित शुरु हुआ|

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बैठक के बाद सर्किट हाउस में खिचड़ी का लंच किया गया, तब लगा कि बीजेपी ने राजनीति के योग की नई ‘खिचड़ी’ पका ही ली है| इसका अहसास गुरुवार की सुबह सीएम की मौजूदगी में पूर्व जिपं अध्यक्ष मोहन सिंह महरा, उनके पुत्र सुरेन्द्र महरा व समर्थकों का भाजपा ज्वाइन करने के बाद हो गया|

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इसके बाद बीजेपी आंकड़ों में मजबूत नजर आने लगी, लेकिन इस बीच के वक्त कांग्रेस ने नई रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया और दिग्गज नेता गोविंद सिंह कुंजवाल व उनकी टीम ने नया चक्रव्यूह बनाने की दिशा में काम शुरु कर दिया और 45 सदस्य मतदाता वाली बोर्ड में 23 मत हासिल कर चुनाव जीत लिया| अब भले ही पराजित धड़ा हार के लिए क्रास वोटिंग को कारण बता रहा हो लेकिन यह बात साफ है कि भाजपा रणनीतिकार कांग्रेस की सीधे मात देने वाली चाल को नहीं समझ पाए|और पराजय का सामना करना पड़ा| अल्मोड़ा जिलापंचायत में यह कांग्रेस की लगातार दूसरी जीत है जबकि उत्तराखंड बनने के बाद उसे तीसरी बार जिलापंचायत संभालने की जिम्मेदारी मिली है|