मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में हाल के दिनों में लगातार बिकवाली देखी जा रही है, जिसके कारण बाजार में गिरावट का दौर जारी है। इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों में मुनाफा कमाने के बाद अब मुनाफावसूली के उद्देश्य से निकल रहे हैं।
वित्त मंत्री के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिल रहे हैं, जिससे वे अपने मुनाफे को निकाल रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया स्वाभाविक है, क्योंकि जब बाजार में अच्छे रिटर्न मिलते हैं तो मुनाफा निकालना सामान्य बात है।
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने इस बिकवाली को वैश्विक अनिश्चितताओं से जोड़ा है और कहा कि यह शॉर्ट टर्म (कम समय का) प्रभाव है। वित्त सचिव तूहिन कांता दास ने भी इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह सच नहीं है कि विदेशी निवेशक एक उभरते बाजार से दूसरे उभरते बाजार में जा रहे हैं। बल्कि वे अपनी मूल जगह यानी अमेरिका में वापस जा रहे हैं।
इसी के साथ, भारतीय शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण 14 महीने में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर से नीचे गिरकर 3.99 ट्रिलियन डॉलर तक आ गया है। दिसंबर 2023 में यह 5.14 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर था। निफ्टी और सेंसेक्स में भी गिरावट आई है, और निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 60,000 से घटकर 50,000 के नीचे जा पहुंचा है।
वित्त मंत्री और उनके अधिकारियों ने इस बिकवाली को ग्लोबल अनिश्चितताओं से जोड़ते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को लेकर आश्वासन दिया कि सरकार आगामी समय में इस दिशा में और कदम उठाएगी।