परिसर निदेशक प्रो. आरएस पथनी ने कहा कि परिसर के शिक्षक आज मुश्किल की घड़ी में हैं। मैंने आज तक सभी दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी व निष्ठा के साथ किया है। प्रो. पथनी ने कहा कि शिक्षक होने के नाते मैं माफ कर देता लेकिन अध्यक्ष के द्वारा माफी नही मांगी गई। उन्होंने कहा कि वह कई बार विवि प्रशासन को अपना इस्तीफा दे चुके है।
प्रो. एनडी कांडपाल ने कहा कि शिक्षकों का अपमान किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। परिसर में छात्र संघों के द्वारा अनैतिक दबाब बनाया जाता है। ऐसे कृत्यों को कभी भी माफ नही किया जा सकता है। प्रो. बीडीएस नेगी ने कहा कि अभद्रता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाना चाहिए। हम शिक्षकों के साथ जो अपमान व माहौल खराब किया जा रहा है। उसकी निंदा की जानी चाहिए। प्रो. भीमा मनराल ने कहा कि जहां छात्रों और शिक्षकों के जो संबंध होने चाहिए लेकिन कुछ छात्रों द्वारा शिक्षकों को निरंतर अपमानित किया जाता है। निरंतर उनके साथ घटनाएं हो रही है जिनसे उनकी गरिमा को नुकसान पहुचा है। जिससे परिसर की छवि धूमिल हुई है। वरिष्ठ प्रोफेसर इला शाह ने कहा कि जिस प्रकार की छवि समाज मे शिक्षकों की बनाई जा रही है उससे समस्त शिक्षक समुदाय बहुत आहत है। अब परिसर के अंदर किन्ही पदों पर कार्य कर पाना संभव नही है।
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