सर्वस्व दान: स्कूल का खेल मैदान बनाने को बेच दिया अपना खेत, बागेश्वर के इस ईश्वर की हर कोई कर रहा है सराहना

Big donation: sold his farm to build a school playground, everyone is appreciating this बागेश्वर, 04 जनवरी 2023- बागेश्वर में एक व्यक्ति ने स्कूल के…

Screenshot 2023 0103 172721

Big donation: sold his farm to build a school playground, everyone is appreciating this

बागेश्वर, 04 जनवरी 2023- बागेश्वर में एक व्यक्ति ने स्कूल के बच्चों का भविष्य बनाने के पहल करते हुए अपने वर्तमान की पूंजी दान कर दी।

Big donation: sold his farm to build a school playground
ईश्वरी लाल साह


करुली निवासी ईश्वरी लाल साह(ईश्वर) ने स्कूल के बच्चों के कल को बेहतर बनाने के लिए अपना खेत बेचा और उससे मिली ढाई लाख रुपये की रकम स्कूल को दान कर दी। अब यह जानकारी फैलने के बाद लोग उनकी खूब सराहना कर रहे हैं।

ईश्वरी लाल साह बकरी चराते हैं कई बार वह मजदूरी भी करते हैं। इस दौरान बकरी चराते हुए वह अक्सर जूनियर हाईस्कूल करुली की तरफ भी चले जाते हैं।
स्कूल में उन्होंने देखा कि बच्चे उबड़-खाबड़ जगह पर खेल रहे हैं। स्कूल में चहारदीवारी नहीं है तो कभी-कभार जानवर स्कूल की सीमा में गंदगी कर देते हैं। मन में सोचा कि स्कूल का भला कैसे हो। फिर उन्होंने तय किया कि वह विद्यालय के खेल मैदान के लिए अपना खेत बेेचेंगे।

ईश्वरी लाल की बिटिया इसी स्कूल की सातवीं की छात्रा है। बच्चों को खेलते देखकर उन्हें बचपन के दिन याद आने लगते हैं। स्कूल के दिनों में उन्हें दुनिया का कुछ अता-पता नहीं था लेकिन आजकल बच्चे सब जानते हैं। ऐसे में उन्हें सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए।

साह अपने दान को वह बहुत छोटा मानते हैं कहते हैं कि उनसे जितना बन पड़ा उन्होंने उतना किया। उनकी ओर से दान की गई राशि से अब स्कूल में मैदान और चहारदीवारी का निर्माण किया जाएगा।


इधर स्कूल प्रशासन का कहना है कि विद्यार्थियों के सुलेखन के दम पर प्रदेश में स्कूल पहले से ही चर्चा में है। अब 58 वर्षीय ईश्वरी लाल साह की यह मदद शायद इस स्कूल को एक दानवीर की नजीर के रूप में देखे। स्कूल में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी ईश्वरी लाल साह को ही दी है, ताकि राशि का सदुपयोग हो सके।


इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी उनके कार्य की सराहना की है। जबकि सोशल मीडिया में लोग उनके इस प्रयास के बाद तारीफों के कसीदे पढ़ रहे हैं।साथ ही यह उम्मीद भी जता रहे हैं कि भविष्य में अन्य लोग भी ऐसे ही नेक कार्य के लिए आगे आएंगे।