महामारी के दौर में कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को निकाला था। मगर अभी भी यह सिलसिला रुका नहीं है अप्रैल 2024 में दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया जिसमें टेस्ला, गूगल और एप्पल जैसी कंपनियां शामिल है। इन कंपनियों ने हजारों एम्पलाइज को बाहर निकाल दिया। इस वित्त वर्ष में अब तक टेक सेक्टर में 70,000 से ज्यादा लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं।
इन कंपनियों ने निकाले सैकड़ो कर्मचारी
बताया जा रहा है कि ऐपल ने 614 कर्मचारियों को नौकरी से निकला जो महामारी शुरू होने के बाद से नौकरी में पहली बड़ी कटौती है।
जानकारी के अनुसार प्रभावित कर्मचारी एप्पल के विशेष प्रोजेक्ट ग्रुप का हिस्सा थे जिसमें से कुछ अब रद्द हो चुकी सेल्फ-ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि यह संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि विदेशों में काम करने वाले कुछ कर्मचारी भी अपनी नौकरी खो चुके हैं।
वहीं Google ने Python, फ्लटर और डार्ट टीमों में बहुत सारे कर्मचारियों की छंटनी कर दी है।
Google के एक प्रवक्ता ने कहा कि कर्मचारियों के पास कंपनी के अन्य ओपन वैकेंसी के लिए आवेदन करने का विकल्प है।
अमेजॉन और इंटेल ने भी की छंटनी
इसके अलावा अमेजॉन अपने क्लाउड कंप्यूटिंग डिवीजन में सैकड़ो नौकरियों में कटौती कर रहा है जिसमें मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी टीमें प्रभावित हो रही हैं।
इंटेल ने भी कैलिफोर्निया के सांता क्लारा स्थित अपने मुख्यालय से लगभग 62 कर्मचारियों की छंटनी की है।
Google की कई टीमों के कर्मचारी जिनमें इसके रियल एस्टेट और फाइनेंस डिपार्टमेंट भी शामिल हैं, पिछले महीने एक अलग छंटनी से प्रभावित हुए थे।
प्रभावित कर्मचारी अन्य आंतरिक भूमिकाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। कुछ भूमिकाएं उन केन्द्रों में चले जाएंगी, जिनमें कंपनी निवेश कर रही है, जिनमें भारत, शिकागो, अटलांटा और डबलिन शामिल हैं।
अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) ने अप्रैल में बिक्री, मार्केटिंग और तकनीकी भूमिकाओं वाले सौ नौकरियों में कटौती की।
इसके अलावा फंडिंग संकट और निवेशकों के बीच अशांति के कारण एडटेक कंपनी बायजू ने लगभग 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जो उसके वर्कफोर्स का लगभग 3% है।
आपको बता दें कि टेस्ला ने कई डिवीजनों में हजारों कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया।
ओला कैब्स अपने लगभग 10% कार्यबल यानी 200 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। ओला कैब्स के सीईओ हेमंत बख्शी ने पद संभालने के चार महीने बाद ही इस्तीफा दे दिया।
इसके अलावा व्हर्लपूल ने अपनेलगभग 1,000 वेतनभोगी कर्मचारियों को निकाल दिया।