गणाई सहयोगी । पिथौरागढ़ सीमावर्ती क्षेत्र के गणाई के सेराघाट में मार्मिक और आँखे भर देने वाला दृष्य सामने आया| क्षेत्र की सरयू नदी स्थित शमशान घाट मे एक बेटी ने अपनी मां को मुखाग्नि देकर जहां सामाजिक वर्जनाएं तोड़ी वहीं बेटी होने का कर्तव्य भी निभाया|
बेलड़ाआगर उडयार राईआगर से स्वर्गीय कमला देवी पत्नी मदन राम उम्र 46वर्ष की लम्बी बिमारी के बाद निधन हो गया था ।कमला देवी 4 माह से बीमार थी ।जिसका हार्ट का आपरेशन हुआ था।उनकी एकमात्र पुत्री कुमारी सुनीता 24 वर्ष ने जीजान से माँ की सेवा की| सुनीता बीए की छात्रा है | उसने अपनी मां को दिल्ली मे जी.बी. पन्त अस्पताल मे अकेले अपने बलबूते दो माह तक ईलाज कराया। आपरेशन के बाद मां की अचानक मृत्यु हो गयी।सुनीता ने सारी रूढ़ियों को तोड़ते हुए अपनी मां की अंतिम यात्रा मे हिस्सा लिया ।लडके के समान अपनी मां को मुखाग्नि दी । सुनीता के इस साहस और हिम्मत की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है|