मौनपालन पर आयोजित 23 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के इनविस सचिवालय द्वारा संचालित हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण…

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वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के इनविस सचिवालय द्वारा संचालित हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल, अल्मोड़ा के इनविस केन्द्र द्वारा वन्य मौनपालन एवं प्रसंस्करण विषय पर दिसम्बर माह में चलाये गये 23 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन आज संस्थान के निदेशक डॉ. आर. एस. रावल एवं जिला उद्यान अधिकारी, अल्मोङा श्री टी. एन. पाण्डे द्धारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित करके समपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राजकीय मौनपालन केन्द्र, ज्योलीकोट, नैनीताल एवं गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर में संस्थान के इनविस टीम द्वारा कराया गया।

कार्यक्रम के दौरान उततराखण्ड के 7 विभिन्न जिलों से आये 15 प्रशिक्षणार्थियों को विषय विशेषज्ञों के द्वारा मौनपालन के इतिहास, मौनगृह के प्रकार, मौनों के जीवनचक्र, हिमालयी क्षेत्रों के मधुमक्खियां, कृत्रिम रानी मक्खी पालन, कीटनाशक का प्रभाव आदि महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गयी। मौन पालन को स्वरोजगार के रूप में अपनाने पर यह प्रशिक्षण केन्द्रित रहा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी अल्मोड़ा ने कहा की हरित कौशल कार्यक्रम के अन्तर्गत चलाये जा रहे पाठयक्रमों से न केवल कृषक आजीविकों को सुदृढता मिलेगी वरन हिमालयी क्षेत्रों में हो रहे पलायन को भी रोका जा सकेगा एवं भारत सरकार द्धारा वर्ष 2022 तक कृषकों की आय दुगनी करने में उपयोगी होगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक एवं संस्थान के इनविस केन्द्र के प्रभारी डॉ. गिरीश नेगी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रगति आस्था प्रस्तुत की।

इस अवसर पर संस्थान के ग्रामीण तकनीकी परिसर में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. आर. सी. सुन्दरियाल के नेतृत्व में मौन पालन विषय पर चलाये जा रहे कार्यक्रम का समापन भी समपन्न हुआ जिसमें 30 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम में डॉ0 रविन्द्र जोशी ने प्रशिणार्थियों को आधुनिक मौनपालन द्वारा रोजगार के सम्भावनाओं के विषय में अवगत कराया। इस अवसर पर डॉ आई.डी. भटट, कीट विशेषज्ञ डॉ0 रविन्द्र जोशी, इनविस केन्द्र के डा0 महेशानन्द, विपिन शर्मा एवं विजय सिंह बिष्ट, प्रदीप सिंह, सुमन किरौला एवं संस्थान के शोधार्थी आदि मौजूद रहें। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों द्वारा परिसर के आस पास स्वच्छता कार्यक्रम भी चलाया गया।