बथुआ— सर्दियो में एक पौष्टिक और एक सस्ता भोजन, हैरान कर देंगे इसे खाने के फायदे

सर्दियों का मौसम मौज मस्ती और उत्सवों के लिए जाना जाता है। इस मौसम में जहां कई शादियां होती हैं, वहीं कई त्योहार भी मनाए…

Bathua – A nutritious and a cheap meal in winter

सर्दियों का मौसम मौज मस्ती और उत्सवों के लिए जाना जाता है। इस मौसम में जहां कई शादियां होती हैं, वहीं कई त्योहार भी मनाए जाते हैं। वैसे उत्सव चाहे कोई भी स्वादिष्ट और मौसमी भोजन के बिना पूरा नहीं होता। इसलिए इस मौसम का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए सर्दियों में आने वाली सब्जियां जैसे पालक, सरसों का साग, मूली का साग खाने की प्रयास करें।

आयुर्वेदिक चिकित्सक नीतिका कोहली ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पॉपुलर विंटर ग्रीन के सेहत फायदों के बारे में बताया है। वो है बथुआ, जिसे चेनोपोडियम एल्बम, लैम्ब्स क्वार्टर, गोल्डन गूज फुट और फैट मैन के रूप में भी जाना जाता है, देखा जाए तो बहुत कम लोग ऐसे हैं, जिन्हें बथुआ पसंद होता है। कई लोग तो इसे देखकर ही नाक मुंह सिकोड़ने लगते हैं, जबकि असल में बथुआ फायदो का एक पॉवरहाउस है। इसे खाने से ढेरों फायदे होते है। साथ ही कई बीमारियों को दूर करने में भी बथुआ का सेवन अच्छा बताया जाता है।

कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ए, सी, बी-6 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर बथुआ एक सस्ता और सर्दियो का सबसे पौष्टिक भोजन है। पोषक तत्व और अन्य कई गुणों के कारण सर्दियों में बथुआ का सेवन सेहत के लिए बहुत अच्छा बताया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, बथुआ एक सात्विक आहार है।

सर्दियों का मौसम मौज मस्ती और उत्सवों के लिए जाना जाता है। इस मौसम में जहां कई शादियां होती हैं, वहीं कई त्योहार भी मनाए जाते हैं। वैसे उत्सव चाहे कोई भी स्वादिष्ट और मौसमी भोजन के बिना पूरा नहीं होता। इसलिए इस मौसम का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए सर्दियों में आने वाली सब्जियां जैसे पालक, सरसों का साग, मूली का साग खाने की प्रयास करें।

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ नीतिका कोहली ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पॉपुलर विंटर ग्रीन बथुवा के फायदो के बारे में बताया है।इसे चेनोपोडियम एल्बम, लैम्ब्स क्वार्टर, गोल्डन गूज फुट और फैट मैन के रूप में भी जाना जाता है।


डॉ कोहली के अनुसार बथुवा एक लिवर एक्टीवेटर भी है। यह विंटर टॉक्सिन्स को रोकने में बहुत हेल्प करता है। उनके मुताबिक, लोग बथुआ का सेवन रायता, पराठे, सब्जी के रूप में कर सकते हैं। इसके गुणो के कारण कई लोग तो इसे कच्चा खाना भी पसंद करते हैं।


​सर्दियों का पौष्टिक भोजन है बथुआ
डॉ। कोहली ने पोस्ट को कैप्शन देते हुए लिखा कि बथुआ, सर्दियों की एक बहुत ही पौष्टिक सब्जी है। सर्दियो में मेथी , पालक, सरसों का साग और बथुआ बहुतायत में मिलते है। और यह सब्जी आपकी प्लेट को हरा-भरा और हेल्दी भी बनाती है।


हालांकि, इसमें कोई शक नहीं है कि बथुआ मेथी या पालक की तरह बहुत पसंद नहीं किया जाता और न ही यह इतना पॉपुलर है। इसे सुपर पौष्टिक होने के बावजूद भी लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसा तब हो रहा है जब बथुआ की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है और उत्तर भारत में तो लोग इसे फूड क्रॉप के रूप में खाते हैं।


​सात्विक आहार है बथुआ
आयुर्वेद में बथुआ को सात्विक आहार माना गया है। इसका मतलब यह हैकि यह सबसे पौष्टिक और जरूरी भोजन में से एक है। इसमें सूजन को कम करने वाले गुण भी मौजूद रहते है। इसलिए बदलते मौसम में जोड़ों में होने वाले दर्ज से छुटकारा दिलाने के लिए इसका सेवन करने की राय दी जाती है।