फूड प्वाइजनिंग केस :  खाने व स्टूल के सैंपल भेजे गये जांच को

चार गांव के लोग पड़े बीमार :  बास्ती गांव में कैंप लगाकर इलाज करने का प्रशासन का दावा बागेश्वर। विगत दिनों बागेश्वर के धमरघर क्षेत्र…

चार गांव के लोग पड़े बीमार :  बास्ती गांव में कैंप लगाकर इलाज करने का प्रशासन का दावा

बागेश्वर। विगत दिनों बागेश्वर के धमरघर क्षेत्र के बास्ती गांव में बारात का खाना खाने के बाद हुई फूड प्वाइजनिंग से 3 लोग काल के गाल में समा चुके है। फूड प्वाइजनिंग में सैकड़ो लोग बेरीनाग, कांडा, कपकोट, बागेश्वर, अल्मोड़ा और मेडिकल कॉलेज हल्द्धानी में भर्ती किये गये है। बागेश्वर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ जेसी मण्डल ने बताया कि खाने व स्टूल का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी का कारण पता चल पायेगा।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी को भी मामले की जांच को कहा गया है और वह भी जांच में जुटे हेै। पेयजल की जांच के लिए जलसंस्थान/पेयजल निगम के अधिकारियों को पेयजल के सैम्पल लेकर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। घटना के बाद हरकत में आये प्रशासन के आला ​अधिकारियों ने पशुपालन विभाग की टीमें बनाकर पशुओं की जांच भी करवायी है।

प्रभारी जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने बास्ती गांव में हुई इस घटना को देखते हुये राजस्व विभाग, पुलिस व जनपद के कई विभागो के अधिकारियों व कर्मचारियों को मौके पर तैनात किया गया है। बास्ती में 2 डाॅक्टरों की टीम कार्य कर रही है। और इस टीम की मदद के लिये जिला प्रशासन, एस.डी.आर.एफ की टीम, पुलिस, राजस्व व होमगार्ड के जवान निरन्तर कार्य कर रहे है। बताया कि बीमार मरीजों के आने-जाने के लिए प्रर्याप्त मात्रा में वाहन तैनात किये गये है।

कहा कि प्रत्येक चिकित्सालय में डाॅक्टरों की टीम व प्रशासनिक टीम नजर बनाये हुए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कई बीमार लोगो के ठीक होने पर उन्हे डिस्चार्ज भी किया जा रहा है। जिन लोगो के स्वास्थ में सुधार नही हो रहा है उन्हें हाॅयर सेन्टर के लिए रेफर किया जा रहा है। आपदा कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरीनाग चिकित्सालय में भर्ती 9 लोगों का स्वास्थ अधिक खराब होने के कारण चाॅपर से हाॅयर सेन्टर हल्द्वानी के सुषीला तिवारी चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। जबकि पांच को अल्मोड़ा के लिये रैफर किया गया है।

बेरीनाग चिकित्सालय के डाॅ सिद्धार्थ पाटनी ने बाताया कि शनिवार की सुबह चिकित्सालय में 152 मरीज भर्ती हुए । जिसमें 30 लोगों को 108 व एंबुलेस की मदद से हाॅयर सेन्टर रेफर किया गया है।
9 मरीजो को चाॅपर के माध्यम से हल्द्वानी भेजकर हल्द्वानी सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में उपचार किया जा रहा है । 14 लोगों के ठीक होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में बेरीनाग अस्पताल में 100 मरीज चिकित्सालय में भर्ती है।

वही जिला चिकित्सालय बागेष्वर में 38 मरीज भर्ती किये गये। इनमे से 10 मरीजों को हाॅयर सेन्टर रेफर किया गया है 28 मरीजों को उपचार किया जा रहा है। सीएससी काण्डा में 55 मरीज भर्ती है जिनका 2 चिकित्सको के द्वारा उपचार किया जा रहा है । इनमें से 5 लोगो को डिस्चार्ज किया गया है। जबकि 2 मरीजो को बागेश्वर चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया है। वर्तमान में यहां 46 लोगों का उपचार किया जा रहा है।

कपकोट अस्पताल में 49 मरीज भर्ती हुए । जिसमें 7 लोगो को बागेश्वर के लिए रेफर किया गया तथा 38 लोगों को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। जबकि 4 मरीजो का उपचार किया जा रहा है। भर्ती मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है। बेरीनाग चिकित्सालय में एक 5 वर्षीय बालक पीयूश पुत्र देव सिंह की आज प्रातः मृत्यु हो चुकी हैं तथा 6 वर्शीय बालिका मीनांक्षी को हल्द्वानी सुशीला तिवारी चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गयी । 60 वर्षीय नन्दी देवी कउम्रकी हल्द्वाानी चिकित्सालय में इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी ।

प्रभारी जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी ने बताया कि विगत दिवस विकास खण्ड कपकेाट के अंतर्गत ग्राम बास्ती में विवाह समारोह के दौरान भोजन के बाद ग्राम बास्ती व गडेरा के बाराती व घराती अचानक बीमार हो गये थे। इसकी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के द्वारा ग्राम बास्ती में तत्काल प्रभाव से डाॅक्टरों की टीम मौके पर भेजी गयी डाॅक्टरों के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद मरीजो को बागेष्वर, कपकोट, काण्डा, बेरीनाग के अस्पताओं में भर्ती कराया गया।

आपदा कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बास्ती, सनगाड़, द्वारी, गडेरा के ग्रामीण बीमार है। प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि ग्राम बास्ती में लोगों की बीमार होने की सूचना प्राप्त होते ही जनपद बागेश्वर के कई चिकित्सालयों के डाॅक्टरों की टीम बनाकर ग्राम बास्ती भेजी गयी। डाॅक्टरों की टीम के साथ उपजिलाधिकारी रिंकु बिष्ट सहित जनपद के कई अधिकारी मौके पर भेजे गये।

जिसमें उपजिलाधिकारी काण्डा सहित कई अन्य अधिकारियों ने बास्ती में कैम्प लगाकर लोगो का उपचार करवाया है और अभी भी टीम वही गांव में मौजूद है जिला प्रषासन के द्वारा संबन्धित ग्राम पंचायतों में प्रत्येक घर-घर जाकर उनकी स्वास्थ संबन्धी जानकारी प्राप्त की जा रही है।
प्रभारी जिलाधिकारी नरेन्द्र भण्डारी ने जनपद के चिकित्सालयों व बेरीनाग चिकित्सालय में भर्ती मरीजो की आपदा कन्ट्रोल रूम से निरन्तर सूचनाये प्राप्त करने को कहा है। घटना के बारे में षासन सहित आयुक्त कुमाऊ मंडल नैनीताल को अवगत करा दिया गया है ।

वस्तुस्थिति की समय-समय पर सूचना उपलब्ध करायी जा रही है । उन्होने सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल फोन आॅन रखने को कहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी चिकित्सालयों में प्रयाप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता बनी रहे इसका भी विषेश ध्यान देने के निर्देश दिये है। इस घटना पर सभी अधिकारी व कर्मचारी स्थिति मे नजर बनाये हुए है।