problem-मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है अल्मोड़ा का बसोली क्षेत्र,शिक्षा,स्वास्थ्य,सड़क और संचार सुविधा राम भरोसे जनप्रतिनिधियों ने बनाया संगठन साथ लड़ने का संकल्प
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जनपद का बसौली क्षेत्र कई मूलभूत समस्यायों से जूझ रहा है. यहां 1987 से स्थापित राजकीय ग्रामीण पॉलीटेक्निक कॉलेज ताकुला बंदी के कगार पर है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन निर्माण के 10 साल बाद भी इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा नहीं मिला है. इन सभी समस्याओं से त्रस्त जनप्रतिनिधियों ने एक मंच पर आकर साथ संघर्ष का संकल्प लिया है.
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बसौली में हुई नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों की बैठक में इन सभी समस्याओं पर चर्चा की गई. वक्ताओं ने कहा कि विकासखंड मुख्यालय में इंटरनेट सुविधा ध्वस्त है.ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क ताकुला—गणानाथ—रनमन मोटरमार्ग की हालत खस्ता है वहीं बसोली—नाई—ढौल मोटर मार्ग में भकूना गधेरे में पुल वर्षों बाद भी नहीं बन पाया है.
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बैठक में इन समस्याओं का त्वरित निस्तारण नही होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई। बैठक में नई ग्राम प्रधान संगठन का गठन किया गया जिसमें विरेन्द्र सिंह बिष्ट अध्यक्ष तथा नरेन्द्र सिंह महासचिव चुने गए. भगवत सिंह कार्की वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाए गए तथा नीमा देवी,महेश कुमार और भुवन चन्द्र आर्या को उपाध्यक्ष,रंजना आर्या, मनेन्द्र भाकुनी,हेमा आर्या तथा रुचि बिष्ट को सचिव की जिम्मेदारी दी गई. दीपनारायण सिंह कोषाध्यक्ष चुने गए.
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उक्त सभी लोगों ने सीडीओ को एक ज्ञापन भी दिया और समस्याओं के प्रति उनका ध्यान आकृष्ट किया. इस मौके पर प्रधानों के अलावा जिला पंचायत सदस्य योगेश बाराकोटी,सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वर जोशी,बालम सिंह सुयाल, संगठन के पूर्व अध्यक्ष सुनील बाराकोटी,हरीश भाकुनी,पत्रकार महेश जोशी,लक्ष्मण सिंह भाकुनी आदि मौजूद थे.